पेट्रोल डीजल में घटी राज्य सरकार की कमाई

भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार इन दिनों आर्थिक संकट से जूझ रही है। सरकार ने अपने खर्चों के लिए बांड के जरिए, इस साल लगभग 13000 करोड रुपए बाजार से जुटाए हैं। इसके बाद भी सरकार अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर नहीं कर पा रही है।
वित्त मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार पेट्रोल डीजल से टैक्स घटाने और पेट्रोल डीजल की कीमतें कम होने से, सरकार की वित्तीय स्थिति खराब हो रही है।सितंबर माह तक राज्य सरकार को 4440 करोड़ रुपए मिले थे। 4 अक्टूबर को सरकार ने पेट्रोल पर एडीशनल टैक्स 4 रुपए से घटाकर डेढ़ रुपए लीटर कर दिया था। इसी तरह डीजल पर भी 5 फ़ीसदी टेक्स कम किया है। जिसके कारण पेट्रोल और डीजल से सरकार की आय घट गई है।

वित्त मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार सरकार को दूसरी छमाही में केवल 3600 करोड़ रुपए मिलने का अनुमान है इस साल सरकार को अधिकतम 8000 करोड रुपए पेट्रोल डीजल से प्राप्त होंगे जबकि पिछले वर्ष 9380 करोड़ रुपए सरकार के खजाने में आए थे वर्ष 2018 19 के वित्तीय वर्ष में लगभग 1400 करोड़ रुपए की आय घटने का अनुमान वित्त मंत्रालय लगा रहा है।

2 माह में पेट्रोल 15 और डीजल 12 रुपया सस्ता
पेट्रोल के दाम 4 अक्टूबर को मध्यप्रदेश में 89.83 पैसे प्रति लीटर थे। 6 दिसंबर को पेट्रोल के दाम 74.38 पैसे पर आ गए हैं। इसी तरह डीजल के दाम भी 4 अक्टूबर को 79 रुपए 53 पैसे प्रति लीटर थे। जो 6 दिसंबर को घटकर 67 रूपया 24 पैसे पर आ चुके हैं। इसके कारण मध्य प्रदेश सरकार का राजस्व लगातार घट रहा है।

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