इन सात कारणों से महिलाओं की डाइट मे शामिल होनी चाहिए कसूरी मेथी

न्यूज़ डेस्क : भारत में मेथी सबसे अद्भुत जड़ी बूटियों में से एक है जो आयुर्वेद ने दी है। यह मेथी के बीज, मेथी के पत्तों और सूखे मेथी के पत्तों या कसूरी मेथी जैसे कई रूपों में मौजूद है। ये सभी कई तरीकों से मानव स्वास्थ्य के लिए आवश्यक पोषक तत्वों के साथ फायदेमंद है। वजन घटाने से लेकर ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लाभ के साथ इस फूड को अपने आहार में जरूर शामिल करना चाहिए, विशेषकर महिलाओं को।

 

एक महिला का शरीर जीवन के विभिन्न चरणों में कई बदलावों से गुजरता है, जो स्वास्थ्य संबंधित कई दिक्कतें लाता है। आयुर्वेद कहता है कि महिलाएं को अपने स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए मेथी और इसके बने इन उत्पादों को अपने आहार में शामिल करना चाहिए और उसमें भी कसूरी मेथी को शामिल करना एक अच्छा विकल्प है।मेथी के पत्तों का इस्तेमाल हरी पत्तेदार सब्जियों के रूप में किया जाता है। इसे खाना पकाने के लिए मसाले के रूप में प्रयोग किया जाता है। मेथी के पत्ते शरीर और स्वास्थ्य को खूब फायदे देते हैं।

पेट का स्वास्थ्य
पीरियड्स से लेकर मेनोपॉज तक, महिला के शरीर को कई बदलावों का सामना करना पड़ता है। चूंकि, इनमें से अधिकांश पेट से संबंधित हैं, इसलिए यह पाचन स्वास्थ्य को गड़बड़ा देता है। अपने भोजन में मेथी के सूखे पत्तों को शामिल करना एक अच्छा विकल्प है। कब्ज से राहत पाने के लिए कसूरी मेथी को पांच मिनट के लिए उबाल लें। इसको छानने की जरूरत नहीं है। इसे ठंडा होने दें और फिर थोड़ा शहद मिला दें। कब्ज से छुटकारा पाना है तो मिश्रण का सेवन दिन में दो बार करें।

गर्भावस्था के बाद फायदेमंद
कसूरी मेथी का सेवन गर्भावस्था के बाद बहुत फायदेमंद होता है। स्तनपान कराने वाली माताओं को कसूरी मेथी जरूर लेनी चाहिए। कसूरी मेथी में पाया जाने वाला डायोस्जिनिन कम्पाउंड स्तन के दूध को बढ़ाने में मदद करता है। जिन महिलाओं का दूध कम बनता है उन्हें बच्चों को आसानी से स्तनपान कराने में मदद मिलेगी।

संक्रमणों से लड़ता है
जो महिला पेट के संक्रमण से दूर रहना चाहती है, उसे हर दिन कसूरी मेथी का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा, कसूरी मेथी का रोजाना सेवन करने से दिल, गैस्ट्रिक और आंतों की समस्या नहीं होती है। अगर पेट की समस्या है, तो पत्तियों को सुखाकर पीस लें और इसमें कुछ बूंदें नींबू की मिलाएं। इसके बाद इसे उबले पानी के साथ लें।


एनीमिया का इलाज
भारत में हर 4 में से 3 महिलाएं एनीमिया से पीड़ित हैं। ऐसी स्थिति में महिलाओं के लिए मेथी का सेवन करना फायदेमंद होता है, क्योंकि इसमें बहुत अधिक मात्रा में आयरन होता है, जो शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाता है। इसलिए, यदि एनीमिया से जूझ रहे हैं, तो आहार में मेथी के पत्तों को जरूर शामिल करना चाहिए।

हार्मोनल बदलाव
एक चीज जिससे महिलाएं जीवन भर सबसे ज्यादा संघर्ष करती हैं, वह है हार्मोनल बदलाव। उम्र बढ़ने के साथ-साथ पीरियड्स,  प्रेग्नेंसी और मेनोपॉज के कारण शरीर में हार्मोनल उतार-चढ़ाव होते हैं। कसूरी मेथी का सेवन हार्मोनल बदलावों के कारण होने वाले लक्षणों और समस्याओं का मुकाबला करने के लिए हार्मोनल स्तर को संतुलित करने में मदद करता है।

ब्लड शुगर को नियंत्रित करती है
डायबिटीज से पीड़ित महिलाओं को अतिरिक्त देखभाल की आवश्यकता होती है। दिन के दौरान कुछ भी खाने से अक्सर शरीर में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है। मेथी में एंटी-डायबिटीज गुण होते हैं जो कि ब्लड शुगर को नियंत्रित कर सकते हैं। यह टाइप-2 डायबिटीज होने की आशंका को भी कम करती है। यदि डायबिटीज के रोगी इसे नियमित रूप से खाते हैं, तो उनका ब्लड शुगर कंट्रोल में रहेगा।

वजन घटाने में मददगार
कसूरी मेथी के पत्तों को चबाकर बहुत ही कम समय के अंदर वजन को कम कर सकते हैं। इसका खाली पेट सेवन करें। इसमें मौजूद घुलनशील फाइबर से पेट जल्दी भर जाता है और बार-बार भूख नहीं लगती है।

 

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