शिक्षा के क्षेत्र में मध्य प्रदेश में व्यापम से बड़ा घोटाला, हजारो छात्रों को बिना परीक्षा दिए किया गया पास

शिक्षा के क्षेत्र में मध्य प्रदेश में व्यापम से बड़ा घोटाला, हजारो छात्रों को बिना परीक्षा दिए किया गया पास

पिछले दिनों NIOS (National Institute Of Open Schooling, राष्ट्रिय मुक्त विद्यालीय संस्थान) मे एक चौका देने वाला बड़ाघोटाला सामने आया है | जिसमे सीनियर सेकेंडरी (10+2) की परीक्षा में मध्य प्रदेश के कई परीक्षा केंद्रों दवारा बिना परीक्षादिए छात्रों को पास कर दिया गया है| यह घोटाला व्यापम से भी बड़ा घोटाला है.

कैसे हुआ यह घोटाला:

इस घोटाले के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक श्री आलोक अग्रवाल द्वारा प्रेस वार्ता में चौकाने वाले दस्तावेज भीपेश किये गए, उन्होंने दस्तावेजो से दिखाया कि 3 केन्दों पर 1200 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल ही नहीं हुए, पर जब परिणामआया तो सभी को पास कर दिया गया. साफ़ है कि मिलीभगत कर अरबों रूपये देकर फर्जी रिजल्ट बनवाये गये हैं.

छात्रों के परीक्षा परिणाम के साथ उनके परीक्षा केंद्रों की उपस्थति पत्र भी पेश किए गए जिसमें ये साफ पता चल रहा हैउत्तीर्ण दिख रहे छात्र परीक्षा देने तक नही आये थे |

आम आदमी पार्टी द्वारा प्रदेश के तीन अलग-अलग शहरो में स्थित NIOS संस्थानों के छात्रों की सूची प्रस्तुत की गई जो किपरीक्षा में बैठे बिना ही पास हो गये है|

 

स्कूल कोड स्कूल नाम जिला परीक्षा केंद्र कुल परीक्षार्थी उपस्थितपरीक्षार्थी अनुपस्थितपरीक्षार्थी परिणाम
100014 डायमंड कान्वेंटहायर सेकेंडरीस्कूल रतलाम केन्द्रीयविद्यालय,सगोद 693 19 674 सभी कोउपस्थितदिखा करनंबर दिए गए
100137 जवाहर नवोदयविद्यालय ,सिहोर सीहोर जवाहरनवोदयविद्यालय ,सिहोर 353 2 351 सभी कोउपस्थितदिखा करनंबर दिए गए
100041 महर्षि विद्यामंदिर, संजयगांधी,बिरसिंहपुर,पाली, उमरिया उमरिया नवोदयविद्यालयउमरिया 178 3 175 सभी कोउपस्थितदिखा करनंबर दिए गए

 

  कुल  परीक्षार्थी        1224       

 उपस्थित परीक्षार्थी    24      

अनुपस्थित परीक्षार्थी  1200  परन्तु  सभी को उपस्थित दिखा कर नंबर दिए गए l 

यहाँ तक कि प्राप्त दस्तावेजों में दिखता है कि एक अफ्रीकन छात्र 2015 में भिंड जिले के उमा भारती हायर सेकेंडरी स्कूल मेंदाखिला लेता है और हिंदी जैसे विषय मे 56 अंको  से पास किया जाता हैं | यह परिणम गंभीर शक पैदा करता है.

व्यापम से बड़ा है घोटाला

मध्य प्रदेश में राष्ट्रिय मुक्त विद्यालीय संस्थान  के 280 केंद्र हैं. यह घोटाला किन्ही तीन केंद्रों तक ही सीमित नही है, औरइस घोटाले का विस्तार पूरे प्रदेश में होने की संभावना है, शिवराज सरकार का भ्रटाचारियो को संरक्षण देने के कारण ही इसप्रकार के घोटाले संभव है. साथ ही राष्ट्रिय मुक्त विद्यालीय संस्थान केंद्र सरकार का संस्थान होने के कारण यह घोटाला पूरे देशमें फैले होने की सम्भावना है और लाखों फर्जी विद्यार्थियों को बिना परीक्षा के पैसे लेकर पास किया जा रहा है. निश्चित रूपसे यह घोटाला व्यापम घोटाले से कई गुना बड़ा है.

घोटाले के असली सूत्रधारों को पकड़ा जाएँ: 

आम आदमी पार्टी का मानना है कि इस प्रकार के घोटालों से  प्रदेश व् देश के करोड़ों युवाओं की जिंदगी के साथ खिलवाड़किया जा रहा है. अतः हम मांग करते हैं कि-

Ø  इस पूरे प्रकरण की और राष्ट्रिय मुक्त विद्यालीय संस्थान के सभी केंद्रों की विस्तृत जांच उच्चतम न्यायालय के निगरानी में विशेष जाँच दल (SIT) गठित कर के की जाए |

Ø  राज्य सरकार वर्तमान में जिन तीनो केंद्रों के खिलाफ सबूत पेश किए गए है, उनके प्रबंधको को तत्काल गिरफ्तार किया जाए ताकि इस घोटाले के असली सूत्रधार तकपहुचा जा सके |

Ø  इन तीनो केंद्रों का पंजीकरण तत्काल निरस्त किया जाए |

आम आदमी पार्टी इस घोटाले के खिलाफ पूरे प्रदेश में और पूरे देश में प्रदर्शन करेगी और शीघ्र ही इस सम्बन्ध में न्यायालय में एक याचिका भी दायर की जाएगी.

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