नई दिल्ली । लश्कर ए तैयबा के गिरफ्तार आतंकी जबीउल्लाह ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की पूछताछ में बताया है कि वह सुरक्षा बलों पर बड़े पैमाने पर हमले करने लिए भारत में घुसा था। एजेंसी ने सोमवार को एक बयान जारी कर यह जानकारी दी।
बयान के मुताबिक, हथियारों से लैस जबीउल्लाह (20) ने मार्च में लश्कर ए तैयबा के पांच अन्य आतंकियों के साथ भारत में घुसपैठ की थी। किसी हमले को अंजाम देने से पहले ही 20 मार्च को कुपवाड़ा जिले के जुग्गीयाल गांव में उनकी मुठभेड़ सुरक्षा बलों से हो गई। इसमें उसके पांचों साथी मारे गए, लेकिन वह भाग निकला था। इस मुठभेड़ में तीन सैन्यकर्मी और दो पुलिसकर्मी शहीद हुए थे।
पाकिस्तान में मुल्तान के मेहमूद कोट निवासी जबीउल्लाह ने बताया कि मारे गए आतंकी लाहौर निवासी दारदा (22), मुल्तान निवासी शूरम (26), गुजरावालां निवासी फैदुल्लाह (20), सिंध निवासी उमर (19) और पेशावर निवासी कारी (19) थे। मुठभेड़ में मारे गए इन आतंकियों की पहचान उस समय नहीं हो पाई थी। 20 मार्च को ही इस मामले की एफआइआर दर्ज की गई थी। छह अप्रैल को सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ स्थल से भाग निकले जबीउल्लाह को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद 17 अप्रैल को एनआइए ने यह मामला अपने हाथों में ले लिया था। जबीउल्लाह को पांच मई को जम्मू स्थित एनआइए की विशेष अदालत में पेश किया गया और अदालत ने उसे 10 दिन की एनआइए हिरासत में भेज दिया था।
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