सोनी सब के कलाकारों का वैलेंटाइन

करणवीर शर्मा (मंगलम् दंगलम् के अर्जुन)

 

मुझे लगता है कि वैलेंटाइन्‍स डे को कुछ ज्‍यादा ही तवज्‍जो दी जाती है। यदि आपकी जिंदगी में कोई खास शख्‍स है, तो आपको यह सुनिश्चित करेंगे कि हर दिन आपके लिये महत्‍वपूर्ण है और इसके लिये कोई खास दिन नहीं होता। बीते सालों में वैलेंटाइन्‍स डे को लेकर मेरी अवधारणा भी बदल गई है।

हालांकि, मैं वैलेंटाइन्‍स डे की एक सबसे अच्‍छी याद शेयर करना चाहूंगा। यह एक ट्रेंड नहीं है, बल्कि मुझे वाकई में पहलh डेट पर कॉफी पर बाहर जाना अच्‍छा लगता है। इसलिये यह डेट वाकई में बहुत अच्‍छी हो गई और हम जल्‍द ही एक-दूसरे से जुड़ गये और घंटों तक बात की। लेकिन मैंने गौर किया कि उसने एक घूंट भी ड्रिंक नहीं पी और मैंने ऐसे ही पूछ लिया कि क्‍या ड्रिंक में कोई गड़बड़ है। इस पर उसने जवाब दिया कि मेरा साथ कॉफी से कहीं ज्‍यादा बेहतर है और उसने पूरा बिल पे करने का ऑफर भी दिया। जब मैंने ऐसा नहीं करने पर जोर दिया, तो उनसे पूछा किया, ”कोई लड़की अपने ड्रिंक का पैसा क्‍यों नहीं दे सकती है? क्‍या यह सही है?” यह बात वाकई में मेरे लिये यादगार बन गई।

 

मनीष रावत (मंगलम् दंगलम् के रूमी)

 

वैलेंटाइन्‍स डे एक इंटरनेशनल इवेंट है। य‍ह एक खास दिन है, जिस दिन प्‍यार के अहसास का जश्‍न मनाया जाता है। हालांकि, मेरे लिये हर दिन वैलेंटाइन डे है, क्‍योंकि जिंदगी में सिर्फ एक ही खुशी होती है और वह है प्‍यार करना और प्‍यार पाना। मैं हर दिन प्‍यार फैलाने और सकारात्‍मक भाव जगाने में विश्‍वास रखते हैं। मुझे अपने परिवार के साथ यह दिन बिताना अच्‍छा लगता है और मैं उन्‍हें खास महसूस कराने के लिये उनके लिये स्‍पेशल खाना पकाता हूं।

 

वैलेंटाइन्‍स डे की मेरी एक सबसे अच्‍छी याद वह है, जब मैंने और मेरे बेस्‍ट फ्रेंड ने गरीब बच्‍चों को चॉकलेट बांटने के लिये अपनी पूरी पॉकेट मनी खर्च कर दी थी।

 

अक्षिता मुद्गल (भाखरवड़ी की गायत्री)

 

मेरे लिये वैलेंटाइन्‍स डे वह दिन है, जब आप वाकई में किसी के लिये अपनी भावनायें व्‍यक्‍त कर सकते हैं, वह आपका दोस्‍त, परिवार या कोई भी चहेता शख्‍स हो सकता है। मैं आमातौर पर अपनी मां के साथ अपना वैलेंटाइन्‍स डे मनाती हूं, क्‍योंकि इस दिन हम दोनों ही एक-दूसरे के वैलेंटाइन्‍स होते हैं। हम एक दूसरे को उपहार देते हैं और डिनर के लिये बाहर जाते हैं। दरअसल, हम पूरा वैलेंटाइन्‍स वीक एक साथ मनाते हैं।

 

एक बार जब मैं शू‍टिंग से वापस लौटने के बाद अपने कमरे में गई, तो यह फूलों, गुब्‍बारों से भरा था और वहां की सजावट बहुत प्‍यारी थी। यह सब मेरी मां और बहन ने मिलकर किया था और यह सब देखकर मुझे वाकई में महसूस हुआ कि मैं उनके लिये कितना खास हूं और वो मुझसे कितना प्‍यार करते हैं। उन्‍होंने मेरा दिल जीत लिया और यह वैलेंटाइन्‍स डे की मेरी अब तक की सबसे पसंदीदा याद है।

 

निखिल खुराना (जीजाजी छत पर हैं में पंचम)

मेरा मानना है कि वैलेंटाइन्‍स डे वह दिन है, जिसे आप उस आदमी के साथ मनाते हैं, जिससे आप प्‍यार करते हैं, फिर चाहे आपकी मां हो, गर्लफ्रेंड, पत्‍नी, बहन, बच्‍चे या कोई और हो। मैंने लंबे समय तक किसी को डेट नहीं किया है, लेकिन यदि मैं ऐसा करता तो, उसे उपहार जरूर देता। उसे डिनर पर ले जाता और एकसाथ दिन बिताता।

 

वैलेंटाइन्‍स डे की मेरी सबसे अच्‍छी याद मेरे स्‍कूल और कॉलेज के दिनों की है, जब इस दिन हम लड़कियों से बात करने और उन्‍हें गुलाब भेजने की योजना बनाते थे। इसलिये, मैं जब भी वैलेंटाइन्‍स डे के बारे में सोचता हूं, मुझे इस दिन की मौज-मस्‍ती, हंसी एवं प्‍यार सबकुछ याद आ जाता है।

Comments are closed.