राजनयिकों के निष्कासन पर रूस की प्रतिक्रिया अफसोसजनक- ब्रिटेन

लंदन । ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय ने राजनयिकों के निष्कासन पर रूस की प्रतिक्रिया को अफसोस के रूप में वर्णित किया है। उन्होंने कहा कि मास्को ने पूर्व रूसी जासूस और उसकी बेटी को ब्रिटिश मिट्टी पर जहर से मारने की कोशिश करके अंतरराष्ट्रीय कानून को तोड़ा था। जब मॉस्को के जवाबी कार्रवाई के बारे में पूछा गया जिसमें पश्चिमी राजनयिकों को निष्कासित करना शामिल था तो, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि यह बहुत अफसोसजनक था। लेकिन रूस के पिछले व्यवहार के प्रकाश में हमने एक प्रतिक्रिया की आशा की थी।

उन्होंने कहा कि रूस जासूस और उसकी बेटी को जहर देने के मामले में दोषी था और इसके अलावा इसके अलावा कोई अन्य वैकल्पिक निष्कर्ष नहीं है। रूस अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन और रासायनिक हथियार सम्मेलन के उल्लंघन में शामिल है। दुनिया भर के देशों द्वारा रूस के खिलाफ उठाए गए कदम ने अंतर्राष्ट्रीय चिंता का प्रदर्शन किया है।

रूस ने 60 अमेरिकी राजनयिकों को निकाला

बात दें कि रूस के पूर्व जासूस सर्गेई स्कि्रपल को जहर देने के आरोप में अमेरिका और रूस के बीच तनातनी जारी है। रूस ने अमेरीका के 60 राजनयिकों को निकाल दिया है और सेंट पीटर्सबर्ग कॉन्सुलेट को बंद करने का फैसला किया है।

अमेरिका ने निष्कासित किए थे 60 रूसी राजनयिक

गौरतलब है कि ब्रिटेन में पूर्व जासूस को जहर देने के आरोप में रूस के खिलाफ अमेरिका समेत यूरोपीय देशों ने कार्रवाई करते हुए उसके राजनयिकों को देश से निकाल दिया था। अमेरिका ने रूस के 60 राजनयिकों को अपने देश से निकाल दिया था और सिएटल स्थित रूसी दूतावास को बंद करने का आदेश दिया था।

राजनयिकों की आड़ में खुफिया अधिकारियों के कार्य करने के शक में अमेरिका समेत जर्मनी, फ्रांस, पोलैंड और कई यूरोपीय देशों ने सोमवार को 116 राजनयिकों को निकाल दिया था। यह कदम रूसी डबल एजेंट सर्गेई स्कि्रपल (66) और उनकी बेटी यूलिया (33) पर चार मार्च को हुए नर्व एजेंट से हमले के बाद उठाया गया है। दोनों का ब्रिटेन के अस्पताल में इलाज चल रहा है, उनकी हालत गंभीर है। इस घटना के बाद ब्रिटेन पहले ही 23 रूसी राजनयिक निष्कासित कर चुका है।

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