तूफान से ढहा जिनोवा में पुल, 39 की मौत, पीएम ने लगाया आपातकाल

जिनोवा ।  इटली के जिनोवा शहर में अचानक आए भीषण तूफान के कारण एक पुल का बड़ा हिस्सा ढह गया, जिसमें कम से कम 39 लोगों की मौत हुई है। देश के उप परिवहन मंत्री एडोराडो रिक्सी ने 39 लोगों के मौत की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। ए 10 फ्री वे का बड़ा हिस्सा उत्तरी बंदरगाह नगरी में रेलवे लाइन पर गिर गया।

विगत कुछ वर्षों में इटली में यह भीषणतम पुल गिरने की घटना है। रिक्सी ने इतालवी टेलीविजन चैनलों से कहा, दुर्भाग्य से मैं 39 लोगों के मरने की पुष्टि कर सकता हूं। यह संख्या बढ़ सकती है। घटनास्थल की तस्वीरें दर्शाती हैं कि समूचा कैरेजवे नीचे रेलवे लाइन पर गिर गया। कार और ट्रक मलबे में दब गए और कंक्रीट का बड़ा हिस्सा गिरने से आस-पास की इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं।

इतालवी मीडिया ने बताया कि ‘मोरंडी’ पुल का 200 मीटर का हिस्सा गिर गया। इतालवी दमकल सेवा ने बताया कि शहर के पश्चिम में औद्योगिक क्षेत्र में स्थित पुल का एक हिस्सा दोपहर के करीब (जीएमटी समयानुसार 10 बजे) ढह गया। यह हादसा उस हाईवे पर हुआ जो इटली को फ्रांस और अन्य छुट्टियां मनाने वाले रिसॉर्ट से जोड़ता है यह घटना कल होने वाली बड़ी इतालवी छुट्टी फेर्रागोस्तो के एक दिन पहले हुई है। पुल पर यातायात सामान्य दिनों की तुलना में अधिक रहा होगा, क्योंकि कई इतालवी इस दौरान समुद्र तटों या पर्वतीय इलाकों में जाते हैं।

दमकलकर्मियों ने बताया कि गैस लाइनों के बारे में चिंता है।एक एजेंसी द्वारा जारी तस्वीर में दिखाया गया है कि पुल के दोनों हिस्सों के बीच बड़ी खाई है। देश के परिवहन और आधारभूत ढांचा मंत्री डैनिलो टोनीनेल्ली ने ट्विटर पर कहा कि मैं जिनोवा में जो कुछ भी हो रहा है उसपर नजर रख रहा हूं। यह बड़ी दुखद घटना हो सकती है। इटली के गृह मंत्री मात्तेओ सालविनी ने कहा कि वह जिनोवा की घटना पर पल-पल की स्थिति पर नजर रख रहे हैं

और त्वरित कार्रवाई के लिए आपात सेवाओं के प्रति आभार प्रकट किया। आपात सेवा ने ट्विटर पर कहा कि दमकलकर्मी मिलकर काम कर रहे हैं और बचावकर्मियों और पुलिस के खोजी कुत्तों की भी सेवा ली जा रही है। ढह गए ए 10 पुल समेत इटली के मोटरवे नेटवर्क का संचालन करने वाली कंपनी एटलांटिया के शेयर घटना की खबर फैलने के बाद मिलान स्टॉक एक्सचेंज में गिर गए।

दोपहर तक इसमें 9.7 फीसदी की गिरावट आई। मोरंडी पुल का 1967 में उद्घाटन किया गया था। यह 90 मीटर ऊंचा और महज एक किलोमीटर लंबा है। यह पुल फ्रांस की ओर जाने वाले ए 10 हाईवे और उत्तर मिलान की ओर जाने वाले ए 7 हाईवे को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग है। अधिकारियों को संदेह है कि ढांचागत कमजोरी की वजह से पुल आज ढह गया। जिनोवा पश्चिमोत्तर इटली में समुद्र और पर्वतों के बीच स्थित है।

39 लोगों की मौत के बाद इटली के प्रधानमंत्री ज्यूसपे कॉन्टे ने 12 महीने के लिए आपातकाल की घोषणा की है। इतना ही नहीं पीएम कॉन्टे ने जांच और बचाव कार्य के लिए 50 लाख यूरो यानी करीब 40 करोड़ रुपये भी आवंटित करने की घोषणा की है। ज्यूसपे कॉन्टे ने यह भी कहा कि उनका प्रशासन मंगलवार को गिरे मोरांदी पुल के रखरखाव के लिए जिम्मेदार निजी कंपनी ऑटोस्ट्रेड को मिली रियायत भी वापस लेगा।

कॉन्टे ने कहा, इस तरह की त्रासदियां मॉडर्न सोसायटी में अस्वीकार्य हैं। गौरतलब है कि पुल गिरने के एक दिन बाद यानी बुधवार शाम तक लोगों के दबे होने की आशंका की वजह से बचाव कार्य चलता रहा। मंगलवार को, इतालवी नागरिक संरक्षण एजेंसी के प्रमुख ऐंगेलो बोरेली ने बताया कि इस हादसे में 13 लोग घायल हुए हैं।

इटली के गृह मंत्री मात्तेओ साल्विनी ने बताया कि मरने वालों में आठ, 12 और 13 साल के बच्चे भी हैं। मंगलवार को उत्तरी बंदरगाह शहर में भारी बारिश के दौरान मोरांदी पुल का बड़ा हिस्सा ढह गया जिसकी वजह से करीब 35 कारें और कई ट्रक 45 मीटर यानी 150 फीट नीचे रेल की पटरियों पर गिर गए थे।

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