श्री राम चंद्र प्रसाद सिंह ने “इस्पात राजभाषा सम्मान” पुरस्कार प्रदान किए

इस्पात मंत्रालय की हिंदी सलाहकार समिति ने प्रगति की समीक्षा की, मदुरै में हुई बैठक आयोजित

इस्पात मंत्रालय की हिंदी सलाहकार समिति की बैठक कल शाम यानि 03 मार्च, 2022 को केंद्रीय इस्पात मंत्री श्री राम चंद्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में तमिलनाडु के मदुरै  में आयोजित की गई। बैठक के उपाध्यक्ष, इस्पात और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

समिति ने हिंदी की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की और आधिकारिक कार्यों में हिंदी के प्रगतिशील प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए मंत्रालय द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। इस्पात मंत्री ने मंत्रालय और उसके उपक्रमों में हिंदी के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए सदस्यों द्वारा दिए गए सुझावों का स्वागत किया। श्री राम चंद्र प्रसाद सिंह ने सदस्यों को उनके रचनात्मक सुझावों पर उचित और त्वरित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। इस्पात राज्य मंत्री ने सदस्यों को मंत्रालय और उसके उपक्रमों में हिंदी के उपयोग की स्थिति से अवगत कराया।

इससे पूर्व, अपर सचिव (इस्पात) श्रीमती रुचिका चौधरी गोविल ने समिति का स्वागत किया। बैठक 3 साल की अवधि के बाद आयोजित की जा रही थी। देश में मौजूदा महामारी के कारण  इसमें व्यवधान हुआ था। उप निदेशक (राजभाषा) श्रीमती आस्था जैन ने हिंदी के प्रभावी क्रियान्वयन पर पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन दिया। 8 सार्वजनिक उपक्रमों में से प्रत्येक के सीएमडी ने भी हिंदी के उपयोग और प्रचार में अपनी उपलब्धियों को प्रस्तुत किया।

इस अवसर पर श्री राम चंद्र प्रसाद सिंह ने राजभाषा के प्रयोग में उत्कृष्ट कार्य करने वाले उपक्रमों को वर्ष 2018-19, 2019-20 और 2020-21 के लिए “इस्पात राजभाषा सम्मान” पुरस्कार और प्रशस्ति प्रमाण-पत्र प्रदान किए।

सभापति और सदस्यों को धन्यवाद ज्ञापन के साथ बैठक समाप्त हुई।

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