श्री पीयूष गोयल ने प्रवासी भारतीयों से शक्तिशाली भारत की रूपरेखा को आकार देने की अपील की

भारत अवसरों की भूमि है और प्रवासी भारतीयों को यह संदेश विश्व भर में ले जाना चाहिए: श्री पीयूष गोयल

भारत कुछ ही वर्षों में विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर: श्री गोयल

प्रवासी भारतीय दिवस प्रवासी भारतीयों के योगदान का समारोह मनाने और सम्मानित करने का अवसर: श्री गोयल

श्री गोयल ने प्रवासी भारतीयों से उत्सव के अवसरों पर उपहार देने की आवश्यकताओं के लिए भारत में निर्मित उत्पादों – हथकरघों तथा हस्तशिल्पों को खरीदने की अपील की
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा कपड़ा मंत्री श्री पीयूष गोयल ने एक नवीन भारत, एक ऐसा भारत जो वैश्विक वृद्धि की ओर ले जाएगा और जिसका विश्वगुरु बनना तय है, के लिए योगदान देने तथा उसकी रूपरेखा को आकार देने की अपील की। वह अमेरिका के न्यू जर्सी में एक समारोह में भारतीय समुदाय को संबोधित कर रहे थे।

विदेशों में असाधारण योगदान के लिए प्रवासी भारतीयों की सराहना करते हुए श्री गोयल ने कहा कि भारत की गाथा के पथ प्रदर्शक हैं। उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि भारतीयों ने भारत की समृद्ध परंपरा और संस्कृति के माध्यम से योगदान दिया है जिसने प्रवासी भारतीयों को बड़ी कंपनियों का नेतृत्व करने में सहायता की है और कई देशों के आर्थिक कल्याण में भी मदद की है। उन्होंने रेखांकित किया कि प्रवासी भारतीयों की उपलब्धियों के कारण भारत को वास्तव में विश्व भर में सम्मानित किया जाता है तथा प्रतिष्ठा दी जाती है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि आज दुनिया प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को विश्व के सबसे लोकप्रिय और सबसे बड़े नेता के रूप में देखती है। बाली, इंडोनेशिया में आयोजित जी20 बैठक की चर्चा करते हुए, श्री गोयल ने कहा कि यह लीडर्स समिट में प्रधानमंत्री श्री मोदी के प्रयास और नेतृत्व का ही परिणाम था जिसने सभी नेताओं को एक सामूहिक घोषणापत्र पर सहमत होने के लिए एकजुट किया।

न्यू जर्सी में रहने वाले भारतीयों के साथ प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) का समारोह मनाने पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए श्री गोयल ने कहा कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा शुरू किया गया पीबीडी सभी प्रवासियों को मनाने और उनके योगदान को स्वीकार करने का एक अवसर है। उन्होंने अमेरिका में रहने वाले भारतीयों की भारतीय परंपरा, संस्कृति तथा मूल्य प्रणाली को जीवित बचाये रखने के लिए सराहना की। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय विभिन्न देशों में रहने वाले प्रवासी भारतीयों को भारत के राजदूत के रूप में देखते हैं। इस तथ्य की प्रशंसा करते हुए कि अमेरिका में लगभग 500 यूनिकॉर्न के 1078 संस्थापकों में से 90 से अधिक भारतीय मूल के व्यक्ति हैं, श्री गोयल ने कहा कि प्रवासी भारतीयों ने स्पष्ट रूप से स्वास्थ्य देखभाल, आवभगत, पत्रकारिता, प्रौद्योगिकी, प्रबंधन के विभिन्न क्षेत्रों में अपने काम के माध्यम से जबरदस्त क्षमता का प्रदर्शन किया है। स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी को उद्धृत करते हुए, जिन्होने कहा था- ‘‘पूरे विश्व भर में हमारे प्रवासियों के प्रत्येक वर्ग की सफलता भारतीय मिट्टी से उपजी अदम्य भावना की गवाही देती है।’’ – श्री गोयल ने कहा कि भारतीय समुदाय द्वारा प्रतिनिधित्व की जाने वाली सेवा की यह भावना पीबीडी में मनाई जाती है।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को उद्धृत करते हुए कि ‘‘केवल वृद्धिशील प्रगति ही पर्याप्त नहीं है, आज पूर्ण कायापलट की आवश्यकता है’’, श्री गोयल ने कहा कि भारत ने पिछले कुछ वर्षों में जिन रूपांतरकारी सुधारों को देखा है, उन्होंने भारत को विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना दिया है। उन्होंने विश्वास जताया कि अब से कुछ वर्षों में भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी।

श्री गोयल ने कहा कि अमेरिका और भारत दोनों ही जीवंत लोकतंत्र हैं, दोनों के मजबूत संबंध हैं, भौगोलिक रिश्ते हैं, दोनों देशों की व्यवसाय एवं आर्थिक कल्याण में गहरी दिलचस्पी है। श्री गोयल ने कहा कि प्रवासी भारतीय भारत और अमेरिका के बीच एक जीवंत सेतु के रूप में काम करना जारी रखेंगे। भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्षों को मनाने के लिए आयोजित किए जा रहे आजादी का अमृत महोत्सव की चर्चा करते हुए, श्री गोयल ने देश के कोने-कोने में हर घर तिरंगा मुहिम की अपार सफलता का उल्लेख किया और कहा कि प्रत्येक घर, हर दुकान, कार्यालय में अनेकता में भारत की एकता को प्रदर्शित करते हुए तिरंगा फहराया गया। श्री गोयल ने पिछले वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री के पांच प्रणों की अपील का उल्लेख किया और कहा कि ये प्रण 2047 तक भारत को एक विकसित तथा समृद्ध राष्ट्र बनाने की 1.4 बिलियन भारतीयों की सामूहिक आकांक्षा को प्रदर्शित करते हैं। उन्होंने सभी लोगों को इन प्रणों को अपने मिशन के रूप में प्राथमिकता देने की आकांक्षा रखने तथा अगले 25 वर्षों में एक विकसित देश बनने की भारत की यात्रा का हिस्सा बनने के लिए प्रोत्साहित किया।

श्री गोयल ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान भारत ने सभी प्रकार की चुनौतियों का सामना धैर्य और दृढ़ संकल्प के साथ किया और उन आपदाओं को अवसरों के रूप में बदल दिया। भारत के पास आज 6 स्वदेशी रूप से निर्मित्त टीके हैं, उसके स्वास्थ्य अवसंरचना में सुधार हुआ है। भारत ने लॉकडाउन के बाद तेजी से वापसी की। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पिछले वर्ष भारत ने विकास, एफडीआई, निर्यात के लिहाज से अभूतपूर्व उपलब्धि दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि पिछले ढाई वर्षों में सरकार 800 मिलियन निर्बल लोगों को खाद्यान्न उपलब्ध कराया और यह सुनिश्चित किया कि एक भी भारतीय भूखे पेट न सोए।

श्री गोयल ने रेखांकित किया कि आज भारत अवसरों की भूमि है और विश्वास व्यक्त किया कि प्रवासी भारतीय भारत को एक सुपरपावर बनाने की दिशा में योगदान देना जारी रखेंगे। भारत अपनी विशाल घरेलू उपभोग मांग, लोकतंत्र, कानून के शासन और पारदर्शी अर्थव्यवस्था के कारण असीम अवसर प्रस्तुत करता है। उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति से इस संदेश को पूरे विश्व भर में फैलाने की अपील की कि भारत आपूर्ति श्रृंखला, निवेश पोर्टफोलियो, आपके व्यवसाय- में आपका भरोसेमंद साझीदार हो सकता है।

श्री गोयल ने कार्रवाई के लिए कुछ अपील करते हुए अपनी बात संपन्न की:

प्रत्येक व्यक्ति को अपने हर कार्य में उच्च गुणवत्ता लाने की आकांक्षा रखने के लिए प्रोत्साहित करें।
उपहार देने की आवश्यकताओं/उत्सव के अवसरों पर भारत में निर्मित उत्पादों- हथकरघा/हस्तशिल्प की खरीद करें।
अमेरिका में निवेशकों को भारत में निवेश करने के अवसर प्रस्तुत करें।
व्यापक स्तर पर परोपकार, ज्ञान हस्तातंरण और नवोन्मेषण को भारत में ले जाने के माध्यम से भारत की विकास गाथा में योगदान दें।

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