दक्षिण भारतीय सिनेमा की प्रमुख अभिनेत्री रेजिना कासांद्रा ने हाल ही में बॉलीवुड में उत्तर भारतीय किरदार निभाने की अपनी इच्छा व्यक्त की है। उन्होंने यह भी कहा कि भाषा की बाधा एक बहाना है, और बॉलीवुड को इससे बड़े मुद्दों से निपटना चाहिए। रेजिना ने इस विषय पर खुलकर अपने विचार साझा किए हैं।
भाषा की बाधा पर रेजिना की राय
रेजिना कासांद्रा ने बताया कि जब वह हिंदी फिल्मों के लिए ऑडिशन देती हैं, तो उनकी भाषा कौशल की जांच की जाती है। उन्हें यह सुनिश्चित करने के लिए कहा जाता है कि क्या वह हिंदी बोल सकती हैं, उनकी उच्चारण कैसे हैं, और क्या उन्होंने अपनी हिंदी पर काम किया है। वहीं, दक्षिण भारत में कई उत्तर भारतीय अभिनेत्रियाँ बिना भाषा ज्ञान के भी काम करती हैं, और यह कभी मुद्दा नहीं बनता।
बॉलीवुड में अवसरों की कमी
रेजिना ने यह भी साझा किया कि उन्हें अपनी हिंदी भाषा की वजह से कई भूमिकाओं से वंचित होना पड़ा है। उन्हें लगता है कि एक पंजाबी लड़की दक्षिण भारतीय लड़की का किरदार निभा सकती है, लेकिन एक दक्षिण भारतीय लड़की को पंजाबी लड़की का किरदार निभाने का मौका नहीं मिलता। यह असमानता उन्हें निराश करती है।
बॉलीवुड की बदलती सोच
रेजिना ने यह भी कहा कि पहले बॉलीवुड दक्षिण भारतीय अभिनेताओं को तवज्जो नहीं देता था, लेकिन अब स्थिति बदल रही है। अब बॉलीवुड को दक्षिण से आए अभिनेताओं की आवश्यकता महसूस हो रही है, खासकर पैन-इंडिया फिल्मों की बढ़ती लोकप्रियता के कारण।
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