रामदेव के बयान से आहत उमा भारती ने पत्र लिख कर जताई नाराजगी

नई दिल्ली । गंगा सफाई कार्यक्रम को लेकर बाबा रामदेव द्वारा नितिन गडकरी से तुलना किए जाने की खबर से आहत केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने योग गुरू को पत्र लिखकर कहा है कि उनके मुंह से निकला ऐसा कोई भी जुमला उन्हें हानि पहुंचा सकता है।

बाबा रामदेव को लिखे पत्र में उमा भारती ने कहा कि मुझे आपके द्वारा गंगा की विवेचना करते समय दो मंत्रियों की तुलना इस तरह करना बहुत अजीब लगा। मैं स्वयं भी नितिन गडकरी के काम करने के तरीके की प्रशंसक हूं। लेकिन किसी टीवी चैनल पर मेरे बारे में चर्चा करते समय शायद यह आपको ध्यान नहीं रहा कि आप मेरे आत्मसम्मान पर आघात कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि आठ साल की उम्र से अब तक के इन 50 सालों में, घोर परिश्रम, विचारनिष्ठा और राष्ट्रवाद ही मेरी असली शक्ति रहे हैं। राजनीतिक जीवन में आज मैं जो कुछ भी हूं इन्हीं की वजह से हूं। उन्होंने कहा कि आप मेरे मार्गदर्शक रहे हैं। अक्तूबर महीने में गंगोत्री से गंगासागर तक लाखों लोग गंगा के किनारे स्वच्छता और वृक्षारोपण कार्यक्रम में भागीदारी करेंगे।

मैं आपसे और सभी संतों से इस महाआयोजन में हिस्सा लेने की अपील करती हूं। उल्लेखनीय है कि लंदन में एक टीवी चैनल से बातचीत में योगगुरू बाबा रामदेव ने गंगा स्वच्छता कार्यक्रम के संदर्भ में एक सवाल के जवाब में कहा था कि उमा जी की फाइल आफिस में अटक जाती है, जबकि गडकरी जी की फाइल नहीं अटकती। उन्होंने कहा था कि देश में सबसे ज्यादा किसी मंत्री का काम दिखता है, तो वह नितिन गडकरी का है।

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