प्रधानमंत्री ने अगरतला में महाराजा बीर बिक्रम (एमबीबी) हवाई अड्डे के नए एकीकृत टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया

एमबीबी हवाई अड्डा अब हर साल 30 लाख यात्रियों को सेवाएं प्रदान करेगा

त्रिपुरा की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाएगा अत्याधुनिक हवाई अड्डा

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने महाराजा बीर बिक्रम (एमबीबी) हवाई अड्डे के नए एकीकृत टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया और मुख्यमंत्री त्रिपुरा ग्राम समृद्धि योजना एवं विद्याज्योति विद्यालयों के प्रोजेक्ट मिशन 100 जैसी प्रमुख पहलों का शुभारंभ किया। त्रिपुरा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री श्री बिप्लब कुमार देब, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और श्रीमती प्रतिमा भौमिक इस अवसर पर उपस्थित थे।

 

श्री सिंधिया ने अपने संबोधन में कहा, ‘आज नए अत्याधुनिक टर्मिनल के उद्घाटन के साथ ही त्रिपुरा के गौरवशाली इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया है। एकीकृत टर्मिनल प्रधानमंत्री के विजन और दृढ़संकल्प का एक उत्‍कृष्‍ट उदाहरण है। इससे त्रिपुरा और पूर्वोत्तर क्षेत्र में विकास के नए द्वार खुलेंगे।’

 

10,000 वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्र में फैला अगरतला का हवाई अड्डा अब 30,000 वर्ग मीटर के क्षेत्र में बनाया गया है जो त्रिपुरा की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाएगा। महाराजा बीर बिक्रम हवाई अड्डा अब एक साल में 13 लाख के बजाय हर साल 30 लाख यात्रियों को सेवाएं प्रदान करने में सक्षम होगा। केंद्र सरकार की ‘कृषि उड़ान 2.0’ योजना के तहत नवंबर 2021 में 4500 किलोग्राम कृषि उत्पादों का निर्यात किया गया है, जिसमें त्रिपुरा के अनानास और कटहल शामिल हैं।

 

 

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अगरतला हवाई अड्डा त्रिपुरा की राजधानी में स्थित पूर्वोत्‍तर क्षेत्र के प्रमुख हवाई अड्डों में से एक है। यह 4सी प्रकार के विमान संचालन को संभालने में सक्षम है। इंडिगो, एयर इंडिया, फ्लाईबिग जैसे ऑपरेटर वर्तमान में हर सप्ताह 230 उड़ानें संचालित कर रहे हैं, जो कोलकाता, डिब्रूगढ़, गुवाहाटी, इम्फाल, शिलांग, लेंगपुई, बेंगलुरू और दिल्ली को जोड़ती हैं।

उपलब्ध प्रमुख सुविधाएं:

  • रनवे (18/36) का आयाम – 2286 मीटर x 45 मीटर
  • एक बार में सी टाइप के 4 ए-321 और एटीआर-72 टाइप का 1 विमान पार्क करने के लिए एप्रन।
  • एक बार में 500 पैक्स यानी यात्रियों (250 आगमन + 250 प्रस्थान) को संभालने के लिए टर्मिनल भवन का क्षेत्रफल 10725 वर्ग मीटर है। 1.3 मिलियन यात्री प्रति वर्ष (एमपीपीए) की वार्षिक क्षमता।
  • इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस), डॉपलर वेरी हाई फ़्रीक्वेंसी ओमनी रेंज (डीवीओआर) जैसे नौवहन/संचार सहायक उपकरण उपलब्ध हैं।
  • कैट-VII  का एटीसी कंट्रोल टॉवर सह तकनीकी ब्लॉक और अग्निशमन केंद्र।
  • रात में भी विमान उतारने की सुविधाएं।
  • नवीकरणीय ऊर्जा के लिए 2 मेगावाट के सौर पैनल।

30,000 वर्गमीटर के क्षेत्रफल और 1200 पीक आवर पैसेंजर (पीएचपी) की संचालन क्षमता वाला नया एकीकृत टर्मिनल भवन पूरा हो गया है जहां 3 एमपीपीए की वार्षिक क्षमता और ए-321 प्रकार के विमानों के लिए 6 अतिरिक्त पार्किंग बे के लिए एप्रन है। नए टर्मिनल भवन का निर्माण 450 करोड़ रुपये (जीएसटी को छोड़कर) की लागत से किया गया है। .

 

विरासत: स्थानीय सांस्कृतिक/ वास्तुकला प्रेरणा

ए. इस भवन का गतिशील और प्रतीकात्मक स्‍वरूप त्रिपुरा राज्य के पहाड़ी इलाके से लिया गया है। .

बी. टर्मिनल भवन के अग्रभाग में एक पुष्प जाली पैटर्न के माध्यम से बांस वास्तुकला को दर्शाया गया है जो इस क्षेत्र के वनों और हरियाली को चित्रित करता है।

सी. उनाकोटी पहाड़ियों की स्थानीय जनजातीय पाषाण मूर्तियों और स्थानीय बांस हस्तशिल्प का व्‍यापक उपयोग अंदरूनी हिस्सों में किया गया है।

डी. इस भवन के अंदरूनी हिस्सों में कलाकृतियों और मूर्तियों के माध्यम से स्थानीय संस्कृति और वास्तुकला को दर्शाया गया है।

 

अगरतला हवाई अड्डे पर नए टर्मिनल भवन की फोटो

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टर्मिनल बिल्डिंग –  शहर की ओर का नजारा

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परिदृश्य क्षेत्र में फूड कोर्ट

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बांस की कलाकृतियां दर्शाने वाला आंतरिक दृश्य

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बांस की कलाकृतियां दर्शाने वाला आंतरिक दृश्य

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