ऑपरेशन सिंधूर: पाकिस्तान के 35-40 सैनिक ढेर, IC-814 अपहरणकर्ता और पुलवामा हमलावर भी मारे गए

भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के भीतर 7 मई 2025 को एक बड़े सैन्य अभियान, जिसे ‘ऑपरेशन सिंधूर’ नाम दिया गया, को अंजाम दिया। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान के बहावलपुर क्षेत्र में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए गए। इस कार्रवाई में पाकिस्तान के 35 से 40 सैनिक मारे गए, और IC-814 विमान अपहरण मामले के मास्टरमाइंड अब्दुल रऊफ अजहर सहित पुलवामा हमले के प्रमुख आरोपियों को भी ढेर कर दिया गया।

ऑपरेशन सिंधूर का उद्देश्य

ऑपरेशन सिंधूर का मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान में स्थित आतंकवादी संगठनों, विशेषकर जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा, के ठिकानों को निशाना बनाना था। यह कार्रवाई उस समय की गई जब कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में 26 भारतीय पर्यटकों की हत्या के बाद भारत ने इसे आतंकवादियों की ओर से की गई बड़ी साजिश के रूप में देखा। इस हमले की जिम्मेदारी ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली थी, जो लश्कर-ए-तैयबा का एक प्रॉक्सी संगठन है।

पाकिस्तान का प्रतिवाद

पाकिस्तान ने भारतीय हमलों को ‘युद्ध की घोषणा’ करार दिया और जवाबी कार्रवाई की धमकी दी। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की आपात बैठक बुलाकर ‘प्रत्युत्तरात्मक कार्रवाई’ की मंजूरी दी। पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने भारतीय सीमा पर 29 ड्रोन को मार गिराया और भारतीय विमानों को भी नष्ट किया। हालांकि, भारत ने इन दावों को खारिज किया है।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

इस सैन्य संघर्ष ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में चिंता बढ़ा दी है। संयुक्त राष्ट्र, चीन, रूस और पश्चिमी देशों ने दोनों देशों से संयम बरतने और संवाद के माध्यम से समस्या का समाधान निकालने की अपील की है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारर ने भी तनाव कम करने की आवश्यकता पर बल दिया है।

ऑपरेशन सिंधूर ने भारतीय सशस्त्र बलों की तत्परता और आतंकवाद के खिलाफ उनकी दृढ़ प्रतिबद्धता को उजागर किया है। हालांकि, इस कार्रवाई ने भारत-पाकिस्तान संबंधों में और तनाव बढ़ा दिया है, लेकिन यह भी दर्शाता है कि भारत अपनी सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।

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