जातियों में बंटे समाज को नए रूप-रंग से संवारेगा संघ, मोहन भागवत ने दिए प्रचारकों को ‘मंत्र’

न्यूज़ डेस्क : बिरादरियों में बंटे हिंदू समाज को संगठित करने के लिए देश भर में संघ मुहिम चलाएगा। हर वर्ग में अपनी पैठ बनाने और राष्ट्रवाद का भाव पैदा करने के लिए कार्यक्रम किए जाएंगे।

 

वृंदावन में चल रही दो दिवसीय सामाजिक सद्भाव बैठक के अंतिम दिन संघ प्रमुख मोहन भागवत ने सभी प्रचारकों से कहा कि वह हर बिरादरी के मुखिया से मिलकर उन्हें संघ की विचारधारा से जोडें। समाज में जो भी बुराइयां हैं उन्हें दूर करने के लिए साझा प्रयास होना चाहिए।

वृंदावन के वात्सल्य ग्राम में चल रही दो दिवसीय अखिल भारतीय सामाजिक सद्भाव बैठक के अंतिम दिन प्रचारकों से कहा गया कि वह हर वर्ग में जाकर उनसे संपर्क करें। उनकी समस्या को सुनें। सामाजिक सद्भाव पैदा करें।

 

संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि आज समाज में जितनी भी बिरादरियां हैं सभी ने अपने संगठन बना रखे हैं। हमारा मकसद उन तक पहुंचना होना चाहिए। उनके भीतर राष्ट्रवाद का भाव पैदा किया जाए। जगह-जगह कार्यक्रम कराकर लोगों को समझाया जाए कि वह पहले हिंदू हैं और बाकी सब उसके बाद।

संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि हमें हर वर्ग में अपने संबंध बनाने हैं। संबंध इस तरह के बनाए जाएं कि वह लोगों के घरों पर जाकर भोजन करें। उनके दुख दर्द में शामिल हों। समाज में जो भी कुरीतियां हैं उन्हें दूर किया जाए।

संघ प्रमुख ने सभी प्रचारकों से कहा कि समाज को संगठित करने के लिए सभी मिल-जुलकर काम करें। एक ऐसा समाज तैयार किया जाए जिसमें राष्ट्रवाद का भाव कूट-कूटकर भरा हो। संघ की शाखाएं बढ़ाने का भी संकल्प लिया गया। समापन सत्र में संघ के सर सह कार्यवाह भैया जी जोशी, दतात्रेय होसबोले, कृष्णगोपाल, सुरेश सोनी और सामाजिक सद्भाव प्रमुख अशोक बेरी मौजूद रहे।

 

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