इस ऐकडेमिक वर्ष अपने बच्चों को स्वच्छता की प्राथमिकता के प्रति जागरूक करें

बच्चे व्यावहारिक रूप से बेहद उत्सुक होते हैं और अक्सर अपने आस-पास मौजूद चीजों के साथ खेलकर हर बार कुछ नया पता लगाने की कोशिश में रहते हैं। यह उन्हें, और विशेष रूप से उनके हाथ, बैक्टीरिया और  रोगाणुओं के प्रति अधिक संवेदनशील बना सकता है। गंदगी के कारण उत्पन बैक्टीरिया और रोगाणु शरीर तक आसानी से पहुँच जाते हैं, स्कूल शुरू होते ही संक्रामक बीमारियों (स्पर्श मात्र से फैलने वाली बीमारी) का जोखिम बहुत अधिक बढ़ जाता है। इस संदर्भ में, उचित स्वच्छता बनाए रखना महत्वपूर्ण हो जाता है, क्योंकि इससे बीमार होने और स्कूल से छुट्टी की संभावना कम हो जाती है। 

 

संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, देश के कई हिस्सों में  साफ एवं पीने योग्य पानी और स्वच्छता को लेकर  चुनौतियां मौजूद हैं; विशेष रूप से ग्रामीण भारत में, जहां केवल 39% लोग उपलब्ध स्वच्छता सुविधाओं का उपयोग कर पातें हैं। उचित स्वच्छता की कमी के कारण बच्चों को अधिकतर डायरिया और वर्म इन्फ़ैकशन जैसी बीमारियाँ होने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसी स्वास्थ्य स्थिति में बच्चों की सीखने की क्षमताओं पर भी हानिकारक प्रभाव पड़ता है।

 

 

यूनिसेफ द्वारा कई अध्ययनों की समीक्षा से पता चला है कि साबुन से साथ हाथ धोने से डायरिया 40 प्रतिशत और श्वसन इन्फ़ैकशन 30 प्रतिशत तक कम हो सकता है। हैंड हाइजीन बनाए रखने से बीमारियों और इन्फ़ैकशन के फैलाव को सीमित किया जा सकता है।

माता-पिता को अपने बच्चों में, बचपन से ही समय-समय पर अपने हाथ धोने की आदत डालनी  चाहिए। सिर्फ पानी से हाथ साफ करना काफी नहीं होता, साबुन का उपयोग करने से बच्चों को रोगाणुओं और बैक्टीरिया से छुटकारा मिल जाएगा। चूंकि बच्चों के लिए स्कूल में साबुन उपलब्ध हो पाना हमेशा संभव नहीं होता है,  इसलिए हैंड सैनिटाइज़र जैसे विकल्पों का उपयोग सफाई एजेंट के रूप में कार्य करता है।

हैंड सैनिटाइज़र ले जाने में, उपयोग करने में आसान, एवं रोगाणुओं और बैक्टीरिया को मारने में बेहद प्रभावशाली हैं। एक बार हाथ पर लगाने के बाद, सैनिटाइज़र जल्दी इवैपोरेट हो जाते हैं  और हाथ को चिपचिपा या त्वचा को रूखा नहीं बनाते हैं। यह बच्चों को अपने हैंड हाइजीन रखने में मदद करता है, डेस्क पर दोपहर के भोजन के दौरान हाथों की स्वच्छता बनाए रखना जरूरी है। हर्ब्स वाला हैंड सैनिटाइज़र बहुत लाभदायक है, क्योंकि इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं।

 

द हिमालय ड्रग कंपनी में आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ हरिप्रसाद, हैंड हाइजीन को बढ़ावा देने वाले उपायों को बताते है। उन्होने कहा कि – स्वच्छता बनाए रखना व्यक्तिगत कल्याण को बढ़ावा देने के लिए एक आवश्यक, आसान और आर्थिक साधन है। आयुर्वेद ग्रंथों और आधुनिक शोध के अनुसार, नीम, नींबू, धनिया, शाती और उशीरायर जैसे तत्वों में एंटीमाइक्रोबायल गुण होते हैं जो हैंड हाइजीन को बच्चों में सुनिश्चित करते हैं, एवं यात्रा के दौरान भी उपयोगी होते हैं। हैंड सैनिटाइज़र में इन तत्वों की उपलब्धता बच्चों की स्वच्छता और समग्र कल्याण में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।”         

हैंड हाइजीन के लाभ से बच्चों को अवगत कराना लंबे समय तक उनके लिए उपयोगी होगा और यह इस ऐकडेमिक वर्ष बच्चों में स्वच्छता को प्राथमिकता देने में सहायक होगा।

 

  

 

 

 

 

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