भारतीय रेलवे को आत्मनिर्भर बनाने के लिए नई श्रेणी की पटरी को मंजूरी, जिंदल स्टील ने की तैयार

न्यूज़ डेस्क : भारतीय रेलवे ने जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) द्वारा विकसित रेल पटरी की नई श्रेणी को मंजूरी दे दी है। कंपनी ने द्रुत गति तथा उच्च-एक्सेल लोड एप्लिकेशंस के लिए रेल पटरी की नई ग्रेड का विकास किया है। जेएसपीएल ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि वह सफलतापूर्वक 60ई1 1175 हीट ट्रीटेड (एचटी) रेल पटरी का विकास करने वाली पहली और एकमात्र भारतीय विनिर्माता है। 

 

 

यह रेल पटरी तेज गति और उच्च-एक्सेल लोड एप्लिकेशंस के लिए अनुकूल है। रेलवे बोर्ड के तहत काम करने वाले अनुसंधान डिजाइन एवं मानक संगठन (आरडीएसओ) ने जेएसपीएल द्वारा विकसित रेल पटरी की नई श्रेणी को मंजूरी दे दी है। 

 

रेल में आत्मनिर्भर बन सकेगा देश

कंपनी ने कहा कि भारतीय रेलवे अपनी ट्रैक प्रणाली को 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पर उच्च एक्सेल लोड के अनुकूल बना रही है। रेलवे को सालाना 18 लाख टन 60ई 1175 रेल की जरूरत होगी। जेएसपीएल के प्रबंध निदेशक वी आर शर्मा ने कहा, ‘पहले देश में विशेष प्रकार की सभी रेल पटरी का आयात किया जाता था। हम रेलवे और मेट्रो रेल निगम की विशेष रेल की जरूरत को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इससे देश स्थानीय स्तर पर विभिन्न एप्लिकेशंस की रेल में आत्मनिर्भर बन सकेगा।’ 

 

शर्मा ने कहा कि इस रेल पटरी का इस्तेमाल प्रतिबद्ध ढुलाई गलियारे, बुलेट ट्रेन सहित उच्च एक्सेल लोड एप्लिकेशन में किया जा सकेगा।

 

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