7 मई 2025;- को भारतीय सेना ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित 9 आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हवाई और मिसाइल हमले किए। इस ऑपरेशन का उद्देश्य 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में मारे गए 26 नागरिकों का प्रतिशोध लेना था।
महिला अधिकारियों की प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेतृत्व
ऑपरेशन सिंदूर के बाद, भारतीय सेना ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें दो महिला अधिकारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई:
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कर्नल सोफिया कुरैशी: भारतीय सेना के सिग्नल कोर की एक सम्मानित अधिकारी हैं, जो पहली महिला अधिकारी हैं जिन्होंने एक बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास में भारतीय सेना की टुकड़ी का नेतृत्व किया। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में भी सेवा दी है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में, उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के उद्देश्यों और परिणामों के बारे में जानकारी दी।
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लेफ्टिनेंट कर्नल व्योमिका सिंह: भारतीय सेना की एक और महिला अधिकारी हैं, जिन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऑपरेशन सिंदूर के तकनीकी पहलुओं और रणनीतिक महत्व पर प्रकाश डाला।
इन दोनों अधिकारियों की उपस्थिति और नेतृत्व ने भारतीय सेना में महिलाओं की बढ़ती भूमिका और सशक्तिकरण को दर्शाया।
सशस्त्र बलों में लैंगिक समानता की दिशा में कदम
भारतीय सेना में महिलाओं की भूमिका में लगातार वृद्धि हो रही है। हाल के वर्षों में, महिलाओं को कमांडिंग ऑफिसर (CO) के पदों पर नियुक्त किया गया है, और वर्तमान में लगभग 60% महिला COs ऑपरेशनल क्षेत्रों में अपनी यूनिट्स का नेतृत्व कर रही हैं। यह कदम सशस्त्र बलों में लैंगिक समानता की दिशा में महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी सशस्त्र बलों में महिलाओं की बढ़ती भूमिका की सराहना की है और इसे “नारी शक्ति” का प्रतीक बताया है।
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