तीन हज़ार से अधिक कर्मचारियों को आईआईएलडी ने दिया पेशेवर होने का मन्त्र

देशभर के विभिन्न एमएसएमई उद्यमियों ने मनाया एन्त्रप्रेन्योर्स डे

तीन हज़ार से अधिक कर्मचारियों को आईआईएलडी ने दिया पेशेवर होने का मन्त्र

 

जनवरी 5, 2018: एमएसएमई देश के आर्थिक और सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले उपक्रम हैं। अपने सफल और प्रभावी कार्य से इन्होंने लाखों लोगों को रोजगार से जोड़ा है और उनके जीवन को नई दिशा दी है।  देश की मौजूदा सरकार भी एमएसएमई की भूमिका को महत्वपूर्ण मानते हुए इन्हें आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत है, लेकिन यह प्रयास तब तक सार्थक नहीं है जब तक एमएसएमई से जुड़ा हर एक व्यक्ति आगे बढ़ने के लिए कदम नहीं उठाएगा। इसी विचार के साथ देश की ख्यात संस्था आईआईएलडी (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ लर्निंग एन्ड डेवलपमेंट) ने कुछ वर्ष पहले एक नई पहल यह पहल है एमएसएमई से जुड़े हर एक कर्मचारी को समय-समय पर प्रशिक्षण देकर आगे लाने की। इसी कड़ी में इस वर्ष चौथे एन्त्रप्रेन्योर्स डे के अवसर पर आईआईएलडी ने करीब 100 कंपनियों के तीन हज़ार से भी अधिक  कर्मचारियों को सही अर्थों में पेशेवर रवैया अपनाकर अपने और कम्पनी के विकास में योगदान देने के संदर्भ में प्रशिक्षण दिया। इसके अंतर्गत बताया गया कि पेशेवर शब्द से जुड़े मिथकों या गलत धारणाओं से अलग सही तरीके से भावनाओं के साथ सकारात्मक व्यवहार, दूरदृष्टि, नियमित और सर्वोत्तम कार्य तथा समय की पाबन्दी आदि जैसे सही पेशेवर रवैये को अपनाना कितना लाभदाई हो सकता है।

भारतीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम (एमएसएमई) की महत्वपूर्ण भूमिका को सम्मान प्रदान करने के उद्देश्य से इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ लर्निंग एन्ड डेवलपमेंट (आईआईएलडी) ने 5 जनवरी को चौथा एन्त्रप्रेन्योर्स  डे मनाया। आईआईएलडी ए एन्ड ए समूह की सहायक कम्पनी है जो कि देश भर में एमएसएमई की कोचिंग तथा कंसल्टिंग के क्षेत्र में अग्रणी है। 

आईआईएलडी के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार- इस दिवस के उपलक्ष्य पर सम्पूर्ण देश के एमएसएमई व्यवसायियों ने अपने कर्मचारियों सहित फैक्ट्रियों और दफ्तरों में एन्त्रप्रेन्योर्स  डे को सेलिब्रेट किया। इस अवसर पर आईआईएलडी के ट्रेनर्स और परामर्शदाताओं की टीम ने शुभकामनाओं के भावों की अभिव्यक्ति के रूप में 100 से अधिक कंपनियों के ऑफिसों में ‘प्रोफेशनलिज्म एट वर्कप्लेस’ विषय पर ट्रेनिंग सेशंस संचालित किये। इन कंपनियों में टैक्सटाइल से लेकर फार्मास्युटिकल, ऑटोमैटिक, इंजीनियरिंग, फूड तथा अन्य उद्योग आधारित कंपनियां शामिल थीं। ट्रेनिंग सेशंस में (प्रशिक्षण सत्र में) मुंबई, ठाणे, अहमदाबाद, इंदौर, लुधियाना, हैदराबाद तथा दिल्ली आदि जैसे स्थानों की कंपनियों के करीब 3000 कर्मचारियों को सम्मिलित किया गया। यह मेगा इवेंट ‘केटलाइज़िंग अ कल्चरल शिफ्ट एट वर्कप्लेस’ की महत्वपूर्ण थीम के इर्द-गिर्द बुना गया था।

आईआईएलडी प्रतिवर्ष एन्त्रप्रेन्योर्स को उत्साहित करता है कि वे देश की अर्थव्यवस्था और कॉमर्स के प्रति अपने मूल्यवान योगदान तथा कड़ी मेहनत को सम्मान देने के उद्देश्य से 5 जनवरी को एन्त्रप्रेन्योर्स डे के रूप में मनाएं। इस विशेष दिन के उपलक्ष्य पर किसी कम्पनी में काम करने वाले सभी लोग उस कम्पनी के दृष्टिकोण के साथ मिलकर संगठित दिशा में काम करने की शपथ लेते हैं।

विभिन्न एमएसएमई द्वारा स्थापित प्रभाव तथा महत्व के बारे में बोलते हुए ए एन्ड ए ग्रुप के चेयरमैन श्री प्रवीण दरयानी ने कहा- ‘विविध प्रकार की तमाम एमएसएमई मिलकर भारतभर में करीब 120 मिलियन लोगों के लिए रोजगार के अवसरों की रचना करती हैं। यह संख्या जर्मनी, मलेशिया और सिंगापुर (तीनों को मिलाकर) की कुल आबादी से भी अधिक है।

एमएसएमईज़ भारत की सम्पूर्ण जीडीपी में 38 प्रतिशत (करीब 54, 450 करोड़ रूपये) की भागीदारी देती हैं, जो कि बांग्लादेश, पाकिस्तान और श्रीलंका (तीनों को मिलाकर) की कुल जीडीपी से भी अधिक है। एमएसएमईज़ तेजी से उन्नति करने वाले उपक्रम हैं क्योंकि वे पहले से ही प्रगति के मार्ग पर चल रहे हैं। हम उन्हें उनके सामर्थ्य तथा कॉमर्स सहित अर्थव्यवस्था एवं सम्पूर्ण इकोसिस्टम पर उनके द्वारा डाले जा रहे मजबूत प्रभाव का आभास कराना चाहते हैं। एन्त्रप्रेन्योर्स डे उनके इसी अस्तित्व का उत्सव मनाने का दिन है’।

पिछले एक दशक में भारत ने व्यवसायों की संख्या में बहुत तीव्र और शानदार बढ़ोत्तरी का अनुभव किया है। साथ ही इसके दशक में व्यवसाय/व्यापार को लेकर लोगों की सोच में भी बहुत बड़े पैमाने पर तब्दीली आई है। एमएसएमईज़, हालाँकि बड़े पैमाने पर असंगठित होने के बावजूद, देश के व्यावसायिक परिदृश्य का अनिवार्य हिस्सा बनी हुई हैं। एमएसएमईज़ को उन लोगों से पहचान और सम्मान मिलने की सख्त आवश्यकता है जो एमएसएमईज़ की व्यावसायिक गतिविधियों से काफी लाभ पाते हैं।

 

 

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