क्‍या आग से सुरक्षित है दिल्‍ली सचिवालय की नौ मंजिला इमारत, NOC नहीं लेने पर उठे सवाल

नई दिल्ली । राजधानी में आग लगने की आए दिन हो रहीं घटनाओं में लोग दम तोड़ रहे हैं। हर बार जांच में यही सामने आता रहा है कि इन जगहों पर आग से बचाव के संसाधन नहीं थे और दमकल विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) नहीं लिया गया था। यह तो फैक्ट्रियों व अन्य इमारतों की बात हुई, लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि सचिवालय के लिए भी तीन वर्षों से एनओसी लिया ही नहीं गया है।

जारी नहीं किया गया एनओसी

एक आरटीआइ अर्जी के जवाब से पता चला है कि सचिवालय की नौ मंजिला इमारत को आखिरी बार चार मई, 2012 को तीन साल के लिए एनओसी जारी किया गया था। मई 2015 में इसकी अवधि खत्म होने के बाद फिर से एनओसी जारी ही नहीं कराया गया। दमकल विभाग भी तभी एनओसी जारी करता है, जब निरीक्षण के दौरान आग से बचाव के सारे संसाधन सही पाए जाते हैं।

आरटीआइ का मिला जवाब 

लक्ष्मी नगर निवासी नीरज शर्मा ने मार्च में आरटीआइ अर्जी लगाकर दमकल विभाग से पूछा था कि सचिवालय के पास एनओसी है या नहीं। इसके साथ ही कई और सवाल पूछे गए थे। 16 अप्रैल को दमकल विभाग ने इसका जवाब भेजकर बताया कि 2012 के बाद इस इमारत को एनओसी जारी नहीं किया गया है। लोकनिर्माण विभाग की तरफ से तीन सितंबर 2015 को निरीक्षण के लिए आवेदन मिला था और दमकल विभाग ने 30 जनवरी 2016 और 21 मार्च 2018 को निरीक्षण कार्य पूरा कर रिपोर्ट भेज दी थी। हालांकि, रिपोर्ट में क्या लिखा गया, इसका जिक्र जवाब में नहीं किया गया है।

हर साल फॉर्म भरकर जमा कराना जरूरी

आरटीआइ अर्जी देने वाले नीरज शर्मा के मुताबिक, किसी भवन को एनओसी मिलने के बाद भी हर साल एक फार्म भरकर विभाग को जमा कराना पड़ता है। इसमें बताना होता है कि इस साल में उनके भवन में कोई नया निर्माण कार्य या मरम्मत कार्य हुआ है या नहीं। विभाग के जवाब से पता चला है कि सचिवालय की तरफ से पिछले तीन सालों में यह फार्म भी नहीं भरा गया।

इस साल के बड़े अग्निकांड

20 जनवरी : बवाना औद्योगिक क्षेत्र स्थित कारखाने में लगी आग, 17 लोगों की मौत।

9 अप्रैल : सुल्तानपुरी में जूते की फैक्ट्री में आग से चार लोगों की मौत।

13 अप्रैल : कोहाट एंक्लेव में मकान में आग लगने से चार लोगों की मौत।

16 अप्रैल : नवादा में क्रॉकरी की फैक्ट्री में आग लगने से दो लोगों की मौत।

Comments are closed.