भारत बायोटेक की नाक से दी जानी वाली Covid-19 बूस्टर खुराक को मिली मंजूरी

नई दिल्ली, 26नवंबर। ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया यानी DCGI ने भारत बायोटेक की इंट्रानेजल ‘Five Arms’ कोविड-19 बूस्टर डोज को मंजूरी दे दी है. भारत में कोरोना के खिलाफ असरदार वैक्सीन Covaxin बनाने वाली भारत बायोटेक ने नाक से दी जाने वाली इस वैक्सीन को बनाया है. डीसीजीआई ने इस बूस्टर डोज के प्रतिबंधित उपयोग की मंजूरी दी है.

सूत्रो के मुताबिक कोवैक्सीन या कोविशील्ड वैक्सीन की खुराक दिए जाने के बावजूद वयस्कों के लिए तीसरी खुराक के रूप में नेजल वैक्सीन इनकोवैक (iNCOVACC) को पहले ही आपातकालीन मंजूरी मिली है. वैक्सीन निर्माता के अनुसार नाक के जरिए दिया जाना वाले यह टीका कोरोना के खिलाफ बेहतर सुरक्षा मुहैया कराता है.

यह नाक में कोरोना वायरस के खिलाफ प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया पैदा कर सकता है. इससे बीमारी, संक्रमण और इसके संचार को रोका जा सकता है. यह वैक्सीन नाक में ही वायरस के खिलाफ एक प्रतिरक्षा तैयार करेगी, क्योंकि कोरोना वायरस आमतौर पर नाक के जरिए ही हमारे शरीर में प्रवेश करता है

इस नेजल वैक्सीन को दूसरी वैक्सीन लेने के बाद 6 माह बाद कभी भी लिया जा सकता है. यह वैक्सीन नॉन इनवेसिव है. इसलिए इसमें सुई की आवश्यकता भी नहीं है. यानी यह वैक्सीन लेने वाले व्यक्ति को सुई की पीड़ा से भी नहीं गुजरना होगा. भारत बायोटेक के अनुसार यह नेजल वैक्सीन बहुत ही व्यापक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया बना सकती है. यह वैक्सीन न सिर्फ कोरोना के इंफेक्शन को रोक सकती है, बल्कि इसके फैलाव या संचरण को भी रोक सकती है.

Comments are closed.