फरीदाबाद । केंद्रीय सतर्कता आयुक्त केवी चौधरी ने कहा कि मोदी जी के पीएम बनने के बाद गुमनाम शिकायतों की संख्या निश्चित रूप से बढ़ी है, लेकिन सभी गुमनाम शिकायतें व्यर्थ नहीं होतीं। एक सरकारी भवन करोड़ों रुपये से बना है और पहले ही साल में उसकी छत टपकने पर यदि सतर्कता अधिकारी को गुमनाम शिकायत मिलती है तो इसे खारिज नहीं किया जाना चाहिए।
ऐसी शिकायतों पर जिम्मेदार अधिकारी-ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। वह यहां एनएचपीसी लिमिटेड में सतर्कता जागरूकता सप्ताह (30 अक्टूबर से 4 नवंबर-2017 तक) के तहत आयोजित सेमिनार में बतौर मुख्य वक्ता आए थे।
दैनिक जागरण से बातचीत में उन्होंने कहा कि इस बार हमने तय किया कि नागरिकों को भी जागरूक किया जाए। भ्रष्टाचार मिटाने के लिए सभी को संकल्प लेना होगा।
दक्षिण भारत के एक गांव के स्कूल में सतर्कता जागरूकता सप्ताह कार्यक्रम में पुरस्कार लेने वाली नवीं कक्षा की छात्र ने उनसे बताया कि उसके गांव में जागरूकता सप्ताह के दौरान ही पंचायत चुनाव हुए।
उसके अभिभावकों को गांव का एक दल पांच हजार रुपये देने आया तो उसने अपने अभिभावकों को पांच हजार रुपये नहीं लेने दिया। सतर्कता आयोग के समक्ष साल में लगभग 50 हजार शिकायतें प्राप्त होती हैं।
News Source: jagran.com
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