नाइजीरिया के बेन्यू राज्य में फुलानी इस्लामी आतंकियों का नरसंहार: 100 ईसाइयों की हत्या, नरसंहार की आग और भड़की

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समग्र समाचार सेवा
अबुजा, 15 जून: नाइजीरिया के बेन्यू राज्य में एक बार फिर फुलानी इस्लामी आतंकवादियों ने नरसंहार को अंजाम देते हुए 100 से अधिक ईसाई ग्रामीणों की बेरहमी से हत्या कर दी। इस हमले ने देश में पहले से जारी धार्मिक हिंसा और ईसाई विरोधी नस्लीय सफाए को और अधिक उग्र बना दिया है।

स्थानीय सूत्रों और चर्च अधिकारियों के अनुसार, यह हमला बीती रात तब हुआ जब अधिकांश ग्रामीण अपने घरों में सो रहे थे। फुलानी चरवाहों के वेश में आए आतंकियों ने गांवों को घेरकर एक के बाद एक घरों को आग के हवाले कर दिया। कई लोगों को जिंदा जला दिया गया, जबकि कई अन्य को गोली मार दी गई या धारदार हथियारों से काट डाला गया।

यह हमला केवल एक गांव तक सीमित नहीं था। फुलानी आतंकियों ने पूरे जिले में कई गांवों को निशाना बनाया, जिसमें बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को भी नहीं बख्शा गया। कई शव पूरी तरह से जल चुके हैं, जिससे मृतकों की पहचान करना कठिन हो गया है।

स्थानीय चर्च नेताओं और नागरिक अधिकार कार्यकर्ताओं का आरोप है कि यह केवल “आतंकवाद” नहीं, बल्कि एक सुव्यवस्थित धार्मिक नरसंहार है, जो वर्षों से ईसाई आबादी को बेदखल करने की साजिश का हिस्सा है। उन्होंने यह भी बताया कि केंद्र और राज्य सरकारें बार-बार चेतावनी के बावजूद इन हमलों को रोकने में विफल रही हैं।

बेन्यू राज्य ईसाई बहुल क्षेत्र है और फुलानी जिहादी लंबे समय से इसे निशाना बनाते आ रहे हैं। पिछले एक दशक में लाखों ईसाई इन हमलों में अपनी जान गंवा चुके हैं या अपने गांव छोड़कर पलायन कर चुके हैं। इस बार का हमला सबसे भयावह माना जा रहा है।

नाइजीरिया की सरकार ने हमले की निंदा तो की है, लेकिन पीड़ितों को न्याय और सुरक्षा देने को लेकर संदेह बना हुआ है। अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों ने इसे “नाइजीरियाई ईसाइयों पर चल रहे नरसंहार का एक और क्रूर अध्याय” करार दिया है।

यह हमला दुनिया को याद दिलाता है कि अफ्रीका के इस हिस्से में धर्म के नाम पर नरसंहार आज भी जारी है।

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