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समग्र समाचार सेवा
आइजोल, मिजोरम17 मई : भारत की डिजिटल सुरक्षा को चुनौती देते हुए, गुरुवार रात मिजोरम लोक सेवा आयोग (MPSC) की आधिकारिक ऑनलाइन पोर्टल को पाकिस्तानी हैकर्स ने हैक कर लिया। यह साइबर हमला रात करीब एक घंटे तक चला, जिससे राज्य के हजारों युवा अभ्यर्थियों के बीच दहशत फैल गई।
मिजोरम के सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को पुष्टि की कि पोर्टल को पाकिस्तान से ऑपरेट हो रहे संदिग्ध साइबर अपराधियों द्वारा हैक किया गया था।
बताया जा रहा है कि यह पोर्टल राज्य की सिविल सेवा, पुलिस सेवा, वित्त सेवा, सूचना सेवा और ग्रुप-बी स्तर की नौकरियों के लिए बेहद अहम है। इसी पोर्टल के जरिए युवा ऑनलाइन फॉर्म भरते हैं, फीस जमा करते हैं, एडमिट कार्ड डाउनलोड करते हैं और परीक्षाओं के नतीजे देखते हैं।
हैकर्स ने पोर्टल की स्क्रीन पर अंग्रेजी में पाकिस्तान की जय-जयकार करते हुए भारत के खिलाफ भड़काऊ बातें लिखीं। हालांकि राहत की बात यह रही कि समय रहते IT विभाग की तकनीकी टीम ने तेजी से कार्रवाई की और पोर्टल को महज एक घंटे के भीतर रीस्टोर कर लिया।
IT विभाग के अनुसार, “कोई डेटा लीक या बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। केवल कुछ भड़काऊ मैसेज स्क्रीन पर दिखे थे, जिन्हें तुरंत हटा दिया गया।”
सूत्रों के अनुसार, भारत-पाक तनाव के बाद से केंद्र और राज्यों की सरकारी वेबसाइटों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। मिजोरम सरकार ने हाल ही में अपनी सभी सरकारी वेबसाइटों को अपग्रेड करना शुरू किया है, ताकि ऐसे साइबर हमलों को रोका जा सके।
जानकारों का कहना है कि यह सिर्फ एक ‘ट्रायल अटैक’ था – एक संकेत कि भारत के डिजिटल गढ़ों पर दुश्मन की नजरें टिकी हुई हैं।
सरकार ने दावा किया है कि अब सभी सरकारी वेबसाइटों को अत्याधुनिक सर्वरों से जोड़ा जा रहा है, जिससे भविष्य में इस तरह की घटनाओं की संभावना को शून्य किया जा सके।
लेकिन बड़ा सवाल यह है कि अगर भारत का इतना अहम पोर्टल इतनी आसानी से हैक हो सकता है, तो क्या बाकी सरकारी डाटा भी खतरे में है?
इस घटना ने एक बार फिर भारत की साइबर सुरक्षा पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।
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