भारत ने पाकिस्तान के ड्रोन नेविगेशन सिस्टम को बाधित करने के लिए जैमर तैनात किए: सूत्र

भारत ने पाकिस्तान की सीमा से आ रहे ड्रोन खतरों से निपटने के लिए नियंत्रण रेखा (LoC) पर अत्याधुनिक जैमर तैनात कर दिए हैं। सूत्रों के अनुसार, इन जैमर्स का उद्देश्य पाकिस्तान से उड़ाए गए ड्रोन के नेविगेशन और कम्युनिकेशन सिस्टम को निष्क्रिय करना है, ताकि वे भारतीय सीमा में घुसपैठ न कर सकें।

एक्वा जैमर की विशेषताएं

  • रेंज और क्षमता: एक्वा जैमर 5 किलोमीटर तक के दायरे में ड्रोन के रेडियो फ्रीक्वेंसी और GPS सिग्नल को बाधित कर सकता है।

  • ऊंचाई पर प्रभाव: यह तकनीक 4,900 मीटर की ऊंचाई तक कार्य कर सकती है।

  • संचार विघटन: जैमर ड्रोन और उसके ऑपरेटर के बीच संपर्क काट देता है, जिससे ड्रोन या तो लौट जाता है या वहीं रुक जाता है।

मल्टी-शॉट गन प्रणाली

  • सटीक हमला: मल्टी-शॉट गन एक बार में नौ गोलियां फायर करती है, जिससे ड्रोन को नष्ट करने की संभावना अधिक हो जाती है।

  • त्रिकोणीय फायरिंग मोड: इससे कोई भी ड्रोन बचकर नहीं निकल सकता।

निगरानी और तैनाती

  • जैमर और हथियार प्रणाली को सीमा से लगभग 400 मीटर पीछे तैनात किया गया है।

  • निगरानी केंद्रों में 24×7 कैमरे और थर्मल इमेजर से लगातार पैनी निगरानी की जा रही है।

पाकिस्तान के ड्रोन की गतिविधि

2022 के जनवरी से सितंबर तक कुल 191 पाकिस्तानी ड्रोन भारतीय सीमा में देखे गए थे, जिनमें से 171 पंजाब सेक्टर में और 20 जम्मू क्षेत्र में सक्रिय पाए गए।

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