इंडियन केमिकल्स काउंसिल (आईसीसी) सस्टेनेबिलिटी सम्मेलन के चौथे संस्करण का आज नई दिल्ली में उद्घाटन

सरकार उद्योगों के साथ काम कर रही है तथा फीडबैक और सुझावों के लिए हमेशा तैयार है: रसायन और पेट्रोरसायन सचिव
रसायन और पेट्रोरसायन विभाग के सचिव श्री अरुण बरोका ने आज नई दिल्ली में ‘बोर्डरूम्स टू कम्युनिटी-ईएसजी, कार्बन न्यूट्रलिटी, ऑपरेशनल सेफ्टी, ग्रीनर सॉल्यूशंस’ विषय पर इंडियन केमिकल्स काउंसिल (आईसीसी) सस्टेनेबिलिटी सम्मेलन के चौथे संस्करण का उद्घाटन किया।

दो दिन की इस बैठक का उद्देश्य रसायनों के संपूर्ण जीवन चक्र के प्रबंधन में स्थिरता को बढ़ावा देना है। इसका आयोजन रसायन और उर्वरक तथा पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के सहयोग से संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) तथा इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ केमिकल एसोसिएशन (आईसीसीए) द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है।

उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए, श्री अरुण बरोका ने विश्वास व्यक्त किया कि बैठक में व्यक्त किए गए विचार बहुत कुछ प्रदान करेंगे। स्थिरता पर इस बैठक के लिए उन्होंने आईसीसी की सराहना की। श्री बरोका ने यह भी कहा कि भारत ने जलवायु और स्थिरता विषयों पर पहले चर्चा की है और हमें बाहर से किसी सहायता की प्रतीक्षा किए बिना स्वयं लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए कार्य करना चाहिए।

रसायन और पेट्रोरसायन सचिव ने सरकार की पीएलआई योजनाओं, सरकार के उद्यमों के साथ काम करने और व्यावसायिक सुगमता का वातावरण बनाने जैसी पहलों की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि सरकार हर संभव कार्य करने का प्रयास कर रही है और फीडबैक का हमेशा स्वागत है।

सुरक्षा और मानकों की चर्चा करते हुए श्री बरोका ने कहा कि स्थाई विकास के लिए सुरक्षा के छोटे-छोटे कदम महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि एक छोटी सी दुर्घटना मानव जाति, उद्योग तथा पर्यावरण के लिए समस्या पैदा कर सकती है, इसलिए सुरक्षा के कदम उठाए जाने चाहिए।

यूएनईपी की रसायन और स्वास्थ्य शाखा प्रमुख सुश्री जैकलीन अल्वारेज़ ने कहा कि बात केवल प्रदूषण और रसायनों की नहीं है बल्कि हम यहां जीवन, सामाजिक विकास और सतत आर्थिक विकास की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम प्रोत्साहन, विकल्पों के बारे में बात न केवल विरासत के रूप में कर रहें हैं, बल्कि भविष्य के बारे में भी। उन्होंने कहा कि ‘महत्वाकांक्षी बनें, विश्व स्तर पर सोचें और स्थानीय स्तर पर कार्य करें’।

सम्मेलन में विभिन्न वक्ताओं ने जलवायु, सतत विकास तथा इस दिशा में उठाए जा सकने वाले कदमों पर भी अपने विचार व्यक्त किये।

इस सम्मेलन में एक्सेल इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक श्री अश्विन सी. श्रॉफ, टेरी गवर्निंग काउंसिल के अध्यक्ष श्री नितिन देसाई, आईसीसी के अध्यक्ष और डीएमसीसी स्पेशलिटी केमिकल्स लिमिटेड के एमडी और सीईओ श्री विमल एल, गोकुलदास, भारतीय और वैश्विक कंपनियों के सीईओ और प्रतिनिधि, कंपनियों में ईएचएस विभाग में काम करने वाले लोग, केंद्र और राज्य सरकार प्रतिनिधि, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, अंतर्राष्ट्रीय बहुपक्षीय संगठन, वैश्विक रासायनिक उद्योग संस्थान और शिक्षाविदों तथा सिविल सोसाइटी संगठनों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।

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