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समग्र समाचार सेवा
दिल्ली 11 मई 2025: सोने की कीमतों में सोमवार को बड़ी गिरावट देखने को मिली, जब वैश्विक बाजारों में प्रमुख भू-राजनीतिक और व्यापारिक घटनाक्रम के चलते सुरक्षित निवेश के प्रति रुचि कमजोर पड़ी। अमेरिका और चीन के बीच महत्वपूर्ण व्यापार समझौते, रूस के युद्धविराम प्रस्ताव और भारत-पाक सीमा पर तनाव में कमी ने बाजार में राहत की लहर दौड़ा दी, जिससे सोने की चमक फीकी पड़ गई।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर 5 जून 2025 को डिलीवरी वाले सोने के वायदा भाव में ₹2,458 या 2.55% की गिरावट आई, जिससे यह ₹94,060 प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था। वहीं, 5 अगस्त 2025 की डिलीवरी वाले सोने के वायदा भाव में ₹2,422 या 2.49% की गिरावट दर्ज की गई, जो ₹94,771 प्रति 10 ग्राम पर आ गया।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की कीमतों में भारी गिरावट देखी गई। COMEX पर सोने के वायदा भाव 1.75% या $59.80 की गिरावट के साथ $3,284.20 प्रति औंस पर ट्रेड कर रहे थे। स्पॉट गोल्ड की कीमतें भी 1.39% या $46.30 घटकर $3,278.68 प्रति औंस पर पहुंच गईं।
हालांकि, सोने के विपरीत, चांदी की कीमतों में हल्की बढ़त देखने को मिली। COMEX पर चांदी के वायदा भाव 0.38% या $0.13 बढ़कर $33.04 प्रति औंस पर ट्रेड कर रहे थे। स्पॉट चांदी की कीमतें भी 0.42% या $0.14 की बढ़त के साथ $32.86 प्रति औंस पर पहुंच गईं।
विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक तनाव में कमी और प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के बीच बेहतर व्यापारिक संबंधों ने निवेशकों को सुरक्षित संपत्तियों से हटाकर अधिक जोखिम वाले परिसंपत्तियों की ओर आकर्षित किया है। इन सकारात्मक संकेतों ने सोने की मांग पर नकारात्मक प्रभाव डाला है, जिससे इसकी कीमतों में गिरावट आई है।
बाजार के जानकारों का कहना है कि अगर वैश्विक तनाव इसी तरह कम होता रहा और व्यापारिक रिश्ते और सुधरते गए, तो आने वाले दिनों में सोने की कीमतों में और गिरावट देखने को मिल सकती है। दूसरी ओर, अगर भू-राजनीतिक माहौल फिर से बिगड़ता है, तो सोने में फिर से तेजी देखने को मिल सकती है।
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