बांग्लादेश 2 जून – बांग्लादेश के केंद्रीय बैंक ने रविवार को 1000, 50 और 20 टका नए नोट जारी किए। इन नोटों से शेख हसीना के पिता और देश के संस्थापक राष्ट्रपति शेख मुजीबुर्रहमान की तस्वीर को हटा दिया गया है। नए नोटों पर हिंदू और बौद्ध मंदिरों की तस्वीरें भी छापी जाएंगी। 1971 में बांग्लादेश बनने के बाद से अब तक नोटों के डिजाइन में पांच बार (1972, 1970 के दशक, 1980-90 के दशक, 2000 के दशक, और 2025) बदलाव किए गए हैं।
धार्मिक और ऐतिहासिक नजरिए से खास है नए नोट
- धार्मिक और ऐतिहासिक चित्र: नोटों पर हिंदू और बौद्ध मंदिरों की तस्वीरें होंगी, जो बांग्लादेश की सांस्कृतिक विविधता को दर्शाती हैं।
- जैनुल आबेदीन की कला: प्रसिद्ध बांग्लादेशी चित्रकार जैनुल आबेदीन की कलाकृतियां, जो 1943 के बंगाल अकाल (ब्रिटिश शासन के दौरान) को दर्शाती हैं, नोटों पर होंगी।
- राष्ट्रीय स्मारक: एक डिज़ाइन में 1971 के स्वतंत्रता संग्राम में शहीद हुए लोगों की याद में बना राष्ट्रीय स्मारक शामिल है।
- पर्यावरण और संस्कृति: नोटों पर प्राकृतिक परिदृश्य और पारंपरिक स्थल होंगे, जो बांग्लादेश की प्राकृतिक और सांस्कृतिक धरोहर को उजागर करेंगे।
बांग्लादेश की करेंसी राजनीतिक उथल-पुथल से जुड़ी
बांग्लादेशी मीडिया के मुताबिक ये राजनीतिक उथल-पुथल से जुड़ा है। बांग्लादेश की करेंसी का इतिहास समय-समय पर सत्तारूढ़ पार्टियों का असर नजर आता है।
1972 में जब बांग्लादेश ने पूर्वी पाकिस्तान से अलग होकर आजादी हासिल की, तब शुरुआती नोटों पर भौगोलिक और सांस्कृतिक चित्र थे।
बाद में, शेख मुजीबुर्रहमान की तस्वीरें नोटों पर शामिल की गईं, खासकर जब उनकी अवामी लीग पार्टी सत्ता में थी।
नई करेंसी को शेख हसीना के शासन के प्रभाव को कम करने और देश की छवि को समावे शी बनाने की दिशा में एक कदम माना जा रहा है।
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