दिल्ली सरकार का श्रमिकों को तोहफ़ा: मुफ्त इलाज, भोजन और बच्चों के लिए पालना केंद्र की घोषणा

नई दिल्ली, 1 मई: श्रमिक दिवस के अवसर पर दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता ने करोल बाग में आयोजित श्रमिक सम्मान समारोह में भाग लिया और दिल्ली में श्रमिकों के कल्याण के लिए कई बड़ी घोषणाएं कीं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि “दिल्ली में बसे हर श्रमिक की देखभाल करना सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी है।” उन्होंने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत अब दिल्ली के श्रमिकों को ₹10 लाख तक का मुफ्त इलाज मिलेगा। साथ ही हर वर्ष उनके पूरे परिवार की नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच भी कराई जाएगी।

महिला श्रमिकों की सुविधा के लिए 500 पालना केंद्र खोले जाएंगे, जहां छोटे बच्चों की देखभाल की व्यवस्था होगी। वहीं, 100 अटल कैंटीन के ज़रिए ₹5 में पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।

गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए 3000 वाटर कूलर लगाने की योजना पर तेज़ी से काम किया जा रहा है, और दोपहर 12 से 3 बजे तक श्रमिकों को विश्राम देने की अडवाइजरी भी जारी की गई है।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने यह भी बताया कि अब दिल्ली में श्रमिक, गिग वर्कर्स, घरेलू सहायक और टैक्सी-ऑटो चालकों के लिए अलग-अलग वेलफेयर बोर्ड बनाए जाएंगे, जो इनके अधिकारों और सुरक्षा के लिए काम करेंगे।

इस मौके पर दिल्ली के श्रम मंत्री श्री कपिल मिश्रा और सांसद सुश्री बांसुरी स्वराज भी मौजूद रहे। मंत्री मिश्रा ने कहा कि “पिछली सरकारों ने जिन श्रमिकों को नजरअंदाज किया, अब वही श्रमिक प्रगतिशील दिल्ली का अभिन्न हिस्सा बन चुके हैं।”

मुख्यमंत्री ने सभी श्रमिकों को “दिल्ली सरकार के परिवार का हिस्सा” बताते हुए आश्वस्त किया कि उनकी सरकार हर नीति और फैसले में श्रमिकों को प्राथमिकता देगी।

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