चीन में तख्तापलट की आहट: शी जिनपिंग अलग-थलग, सत्ता संघर्ष चरम पर

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पूनम शर्मा                                                                                                                                                                                                                                 बीजिंग, 31 मई 2025चीन के राजनीतिक गलियारों में सन्नाटा नहीं, तूफान है। दुनिया जब चीनी अर्थव्यवस्था की गिरावट की ओर देख रही है, वहीं बीजिंग के भीतर सत्ता का एक भीषण संघर्ष सामने आ रहा है। सूत्रों और लीक रिपोर्ट्स के अनुसार, शी जिनपिंग अब सिर्फ नाम के राष्ट्रपति रह गए हैं — असली सत्ता उनसे छीन ली गई है।

शी की सत्ता का साम्राज्य दरक रहा है। उनकी अपनी ही सेना विद्रोह पर उतर आई है। और पार्टी का वह तबका, जिसने उन्हें शीर्ष पर पहुँचाया था, अब उन्हें हटाने की तैयारी कर चुका है।

‘सुपर एम्परर’ की गलतियाँ

शी जिनपिंग की गिरावट का सिलसिला कई राजनीतिक गलतियों से शुरू हुआ। सबसे पहली चूक: पूर्व प्रधानमंत्री ली खछ्यांग के साथ टकराव। उनकी रहस्यमयी मौत के पीछे शी का हाथ बताया जा रहा है। यह घटना पार्टी के अंदर उदार और सुधारवादी धड़े को भड़का गई।

फिर आया 2022 का वो पल, जब पूर्व राष्ट्रपति हू चिनताओ को अंतरराष्ट्रीय कैमरों के सामने बैठक से बाहर ले जाया गया। यह एक सार्वजनिक अपमान था, जिसने पुराने नेताओं और प्रिंसलिंग धड़े (क्रांतिकारी नेताओं के बेटे) को भीतर तक हिला दिया।

इसी तरह का एक और मामला—“स्विमिंग पूल” डूबने की घटना—जिसमें हू धड़े के एक करीबी नेता की मौत हुई। साठ दिन के अंदर वह ‘त्यागपत्र’ दे बैठा या शायद ‘हटा दिया गया’। इसके बाद शी के चारों ओर सन्नाटा गहराता गया।

सेना में खुला विद्रोह

चीन की ताकतवर सेना, पीएलए (PLA), अब दो फाड़ हो चुकी है। नानजिंग मिलिट्री रीजन की 31वीं सेना ने शी के आदेशों को मानने से इनकार कर दिया। इसके दोनों टॉप कमांडर या तो हटा दिए गए या ‘गायब’ हैं।

चीन की नौसेना के एक वरिष्ठ एडमिरल की कथित रूप से फील्ड ट्रायल में ही फांसी दे दी गई—हालांकि इसकी स्वतंत्र पुष्टि नहीं हो सकी है। रक्षामंत्री ली शांगफु पहले ही लापता हो चुके हैं, और अब उनके पूर्ववर्ती भी शक के घेरे में हैं।

शी के भरोसेमंद सैन्य सलाहकार हे वेईदोंग की मौत की खबरें आ चुकी हैं—या तो हिरासत में या फिर एक और ‘दुर्घटना’ का शिकार।

प्रिंसलिंग बगावत

सबसे बड़ा झटका शी को तब लगा जब उनके साथ खड़ा रहा प्रिंसलिंग वर्ग भी उनके खिलाफ हो गया। खबर है कि उनके पुराने सैन्य सहयोगी झांग यौक्सिया के बेटे की रहस्यमयी हत्या के पीछे शी का आदेश था।

यह निजी हमला पार्टी के पुराने रक्षात्मक खेमे के लिए असहनीय था। आज वही प्रिंसलिंग धड़ा नए प्रधानमंत्री के इर्द-गिर्द इकट्ठा हो रहा है, जो कथित तौर पर टेक्नोक्रेट्स और सुधारवादी नेताओं का संयुक्त चेहरा है।

राजनीतिक बैठक से शी बाहर

इस हफ्ते की सबसे बड़ी घटना: शी जिनपिंग को पोलितब्यूरो स्टैंडिंग कमिटी की बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया। यह बैठक पार्टी के नए प्रधानमंत्री ने अध्यक्षता में की। सूत्रों के अनुसार, इसमें यह स्पष्ट कर दिया गया कि वास्तविक शक्ति अब कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव के पास है—ना कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग के पास।

यह सीधा हमला है उस ‘सेंट्रलाइज्ड’ मॉडल पर, जो शी ने 2018 में संविधान संशोधन के ज़रिए खुद के लिए बनाया था।

व्यक्तिपूजा के खिलाफ वैश्विक संदेश

तीन दिन पहले चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में छपा लेख पूरी दुनिया का ध्यान खींच रहा है। उसमें लिखा गया:
“व्यक्तिपूजा चीनी परंपरा नहीं है। वैज्ञानिक, लोकतांत्रिक और सामूहिक नेतृत्व ही सही रास्ता है।”

हालांकि लेख लेखक अज्ञात है, लेकिन माना जा रहा है कि इसे पार्टी की केंद्रीय समिति ने मंजूरी दी थी—यह एक संकेत था, शी के लिए आखिरी चेतावनी।

शी की सुरक्षा वापस, aides गायब

शी जिनपिंग अब न केवल राजनीतिक रूप से, बल्कि शारीरिक रूप से भी अलग-थलग कर दिए गए हैं। उनके सारे प्रमुख सहयोगी या तो गायब हो गए हैं या भाग गए हैं। यहां तक कि Zhongnanhai VVIP सुरक्षा बल—जो चीनी राष्ट्रपति की अंतिम सुरक्षा रेखा होती है—भी वापस बुला ली गई है।

सूत्रों के अनुसार, शी अब ‘हाउस अरेस्ट’ जैसी स्थिति में हैं, बिना किसी औपचारिक घोषणा के।

अब आगे क्या?

शी जिनपिंग का अंत केवल एक व्यक्ति का पतन नहीं, बल्कि उस राजनीतिक मॉडल का पतन है जो पूरे सत्ता को एक व्यक्ति के हाथ में केंद्रीकृत करने की कोशिश करता है। अब पार्टी उसी प्रणाली को काट रही है जिसे उसने खुद बोया था।

सवाल अब ये नहीं है कि शी कब हटाए जाएंगे, बल्कि ये है कि उनके बाद कौन आएगा और क्या चीन लोकतांत्रिक केंद्रीकरण की ओर लौटेगा या फिर एक नए अधिनायकवादी चेहरे की ओर।

इस वक्त चीन का राजनैतिक तंत्र अंधेरे में है—लेकिन ये अंधेरा ज्यादा दिन नहीं रहने वाला।

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