इज़राइल-ईरान संघर्ष: इज़राइल के हमले रुके तो हम भी रुक जाएंगे – ईरान के विदेश मंत्री

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समग्र समाचार सेवा
तेहरान/यरुशलम, 15 जून: पश्चिम एशिया में इज़राइल और ईरान के बीच लगातार बढ़ते युद्ध ने अब और भी गंभीर रूप ले लिया है। दोनों देशों में मिसाइल हमलों और हवाई हमलों का सिलसिला जारी है। अब तक दोनों तरफ मिलाकर 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों घायल हैं।

ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने रविवार को कहा कि ईरान केवल आत्मरक्षा कर रहा है और यदि इज़राइल अपना सैन्य अभियान रोक देता है, तो ईरान की ओर से भी हमले बंद हो जाएंगे। “हम पर आक्रमण किया गया है और हम वैध आत्मरक्षा कर रहे हैं,” अराघची ने ‘द टाइम्स ऑफ इज़राइल’ को बताया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इज़राइल ने हमले जारी रखे, तो ईरान की प्रतिक्रिया और भयंकर होगी।

ईरान की स्थिति:

इज़राइली वायु सेना ने तेहरान सहित कई शहरों में ईरान के परमाणु स्थलों, वायु रक्षा अड्डों और सैन्य ठिकानों पर हमला किया। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, हमले में ईरान के रक्षा मंत्रालय और परमाणु अनुसंधान केंद्र SPND को भी निशाना बनाया गया। अब तक ईरान में 78 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें छह शीर्ष सुरक्षा अधिकारी शामिल हैं।

ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड ने बयान जारी कर कहा कि “यदि इज़राइली हमले नहीं रुके, तो हमारी जवाबी कार्रवाई और व्यापक और विनाशकारी होगी।”

इज़राइल की स्थिति:

ईरान की ओर से छोड़ी गई मिसाइलों में से एक ने बट याम (Bat Yam) में एक इमारत को नष्ट कर दिया, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई और तीन अभी भी मलबे में फंसे हैं। उत्तरी शहर तमरा में एक अपार्टमेंट बिल्डिंग पर हमले में चार लोगों की मौत हुई है। पूरे देश में 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं।

इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार को कहा, “हम आयतुल्ला शासन के हर ठिकाने और हर लक्ष्य पर हमला करेंगे।”

इज़राइली सेना का दावा:

IDF (इज़राइली डिफेंस फोर्स) के अनुसार, पिछले तीन दिनों में उन्होंने 170 से अधिक लक्ष्यों और 720 सैन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाया है। IDF प्रवक्ता अविचाय अडरई के मुताबिक, लगभग 50 लड़ाकू विमानों ने तेहरान के ऊपर से उड़ान भरते हुए ईरान के परमाणु कार्यक्रम से जुड़े ठिकानों पर हमला किया, जिसमें रक्षा मंत्रालय का मुख्यालय और SPND जैसी जगहें शामिल थीं।

कूटनीतिक पहल:

साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडूलाइड्स ने जानकारी दी है कि ईरान ने उनके देश से कहा है कि वह इज़राइल को कुछ संदेश पहुंचाए। उन्होंने कहा कि वे शीघ्र ही इज़राइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बात करेंगे।

इज़राइल और ईरान के बीच जारी यह संघर्ष अब सीधे सैन्य टकराव के रूप में सामने आ चुका है। दोनों पक्ष पीछे हटने को तैयार नहीं दिख रहे हैं। यदि जल्द ही कोई कूटनीतिक समाधान नहीं निकाला गया, तो यह संघर्ष पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र को हिंसा की आग में झोंक सकता है।

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