अहमदाबाद विमान हादसे पर जांच तेज, बाबा रामदेव ने तुर्की पर साजिश की जताई आशंका

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 14 जून: अहमदाबाद में बीते गुरुवार को हुए भीषण विमान हादसे के कारणों की जांच जोर पकड़ रही है। एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो लंदन के लिए रवाना हुई थी, टेकऑफ के चंद मिनटों के भीतर मेघाणीनगर स्थित बीजे मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। हादसे में अब तक 265 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच, योग गुरु बाबा रामदेव ने हादसे को लेकर साजिश की आशंका जताई है और तुर्की की भूमिका की जांच की मांग की है।

बाबा रामदेव का बयान: क्या तुर्की की एजेंसी ने रची साजिश?

शनिवार को दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान एएनआई से बातचीत में बाबा रामदेव ने कहा:

“मुझे पता चला है कि इस विमान की मेंटेनेंस तुर्की की किसी एजेंसी द्वारा की जाती थी। क्या यह संभव है कि वहां से किसी साजिश के तहत यह हादसा कराया गया हो? भारत को एविएशन सेक्टर पर और गहरी नजर रखने की ज़रूरत है।”

जब उनसे यह कहा गया कि तुर्की की मेंटेनेंस एजेंसी का कांट्रैक्ट दो महीने पहले समाप्त हो गया था, उन्होंने कहा:

“इसलिए भारत को ऐसे संवेदनशील क्षेत्रों में विदेशी हस्तक्षेप को पूरी तरह खत्म करना चाहिए। हमें पूरी तरह आत्मनिर्भर बनना होगा, खासकर एयर सेफ्टी जैसे क्षेत्रों में।”

पाकिस्तान-तुर्की गठजोड़ और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की पृष्ठभूमि

बाबा रामदेव की यह आशंका हाल ही में पाकिस्तान में भारत द्वारा किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के संदर्भ में आई है। इस ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान और तुर्की के संबंध और मजबूत हुए हैं, जिससे भारत-तुर्की रिश्तों में भी तनाव देखा गया। रामदेव का इशारा इसी बढ़ती भूराजनीतिक तल्खी की ओर था।

जांच एजेंसियों की सक्रियता बढ़ी, NIA की भी एंट्री

विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB), नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA), अहमदाबाद अपराध शाखा, स्थानीय पुलिस और अब राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) की टीमें भी इस मामले में जांच कर रही हैं।
सूत्रों के अनुसार, NIA अधिकारियों ने मेघाणीनगर में दुर्घटनास्थल का निरीक्षण किया और अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन की संभावनाओं को भी जांच के दायरे में रखा है।

हादसे के पीछे अब भी कई अनुत्तरित सवाल

विमान के दोनों इंजन एक साथ फेल होना विशेषज्ञों के लिए भी आश्चर्यजनक है।

क्या यह तकनीकी गड़बड़ी थी?
या कोई साइबर हमला या साजिश?
क्या पिछले उड़ानों में मेंटेनेंस या तकनीकी खामी की रिपोर्ट थी?
इन सवालों के उत्तर अब ब्लैक बॉक्स विश्लेषण और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डिंग के जरिए तलाशे जा रहे हैं।

जांच के नतीजों पर टिकी निगाहें

जब देश एक भीषण त्रासदी से जूझ रहा है, ऐसे में साजिश की संभावना को लेकर बाबा रामदेव की बातों ने जांच के दायरे को और विस्तार दे दिया है।
यदि यह हादसा केवल तकनीकी नहीं, बल्कि जानबूझकर रची गई साजिश साबित हुआ, तो यह न केवल भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा, बल्कि एविएशन नीति के लिए भी बड़ी चुनौती बन जाएगा।

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!

Comments are closed.