शराब, घोटाला और चुनाव की आहट: तमिलनाडु के 1000 करोड़ के TASMAC घोटाले ने DMK की सियासत हिला दी!

पूनम शर्मा

जब तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन 24 मई को नीति आयोग की बैठक में भाग लेने दिल्ली पहुंचेंगे, तो वो सिर्फ एक सरकारी मीटिंग में शामिल नहीं होंगे—वो अपने साथ एक ऐसा राजनीतिक बवंडर भी लाएंगे जिसने पूरे राज्य की राजनीति को झकझोर कर रख दिया है।

ये बवंडर है 1000 करोड़ रुपये के शराब घोटाले का—TASMACGate—जिसने डीएमके सरकार और खुद ‘पहले परिवार’ (First Family) को घेर लिया है।बोतलों में नहीं, रिश्वत में बहा पैसा TASMAC, यानी तमिलनाडु स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन, राज्य में शराब की एकमात्र अधिकृत विक्रेता एजेंसी है। लेकिन अब इस एजेंसी का नाम करोड़ों की हेराफेरी, रिश्वतखोरी और ठेके में घपलों से जुड़ गया है।

ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की छापेमारी में खुलासा हुआ है कि कैसे शराब कंपनियों से रिश्वत लेकर ठेके दिए गए, बोतलों के दाम बढ़ाकर सरकारी पैसे को निजी खातों में पहुंचाया गया और फर्जी कंपनियों के जरिए काले धन को सफेद किया गया।

जाँच  की जड़ें सीधे-सीधे डीएमके के सत्ता केंद्र तक जाती दिख रही हैं।

  सरकारी अफसर या घोटाले का सूत्रधार?

TASMAC के एमडी एस. विसाकन पर ईडी का विशेष फोकस है। दो दिन में 20 घंटे की पूछताछ, घर और ऑफिस पर छापे, और बरामद हुए व्हाट्सऐप चैट के प्रिंटआउट।

इन चैट्स में कथित तौर पर एक खास नाम बार-बार सामने आया—रतीश वेलु। कोई सरकारी पद नहीं, लेकिन बताया जाता है कि वो मुख्यमंत्री के बेटे और उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन के बचपन के दोस्त हैं।

इन चैट्स में रतीश विसाकन को खास ब्रांड की शराब खरीदने के आदेश दे रहा है—‘एरिका XO ब्रांडी’, ‘VSOP प्रीमियम ब्रांडी’ जैसे नाम सामने आ रहे हैं। सवाल है—एक निजी नागरिक को एक सरकारी अधिकारी को आदेश देने का हक कैसे मिला?

और सबसे बड़ा झटका—रतीश वेलु ईडी की कार्रवाई से पहले ही देश छोड़ चुका है!

फिल्मी पर्दे के पीछे का खेल –इस घोटाले का एक और बड़ा किरदार है आकश भास्करन—फिल्म निर्माता और Dawn Pictures का मालिक। बताया जा रहा है कि TASMAC घोटाले का काला धन फिल्मों में लगाया गया है। आकश की कंपनी एक साथ कई करोड़ों की फिल्मों को प्रोड्यूस कर रही है, जिनमें धनुष, सिवाकार्तिकेयन और सिलंबरासन जैसे बड़े सितारे हैं।

आकश की शादी 2024 में धरणीस्वरी से हुई, जो DMK संस्थापक करुणानिधि की परपोती हैं। इससे आकश का सीधा संबंध डीएमके के ‘पहले परिवार’ से जुड़ जाता है।

अब ईडी जांच कर रही है कि कहीं Dawn Pictures काले धन को वैध दिखाने का जरिया तो नहीं?

‘यार अंथा थंबी?’—विपक्ष का सीधा हमला –AIADMK और बीजेपी इस पूरे घोटाले को लेकर हमलावर हो चुकी हैं। सोशल मीडिया पर #YaarAnthaThambi (वो भाई कौन है?) ट्रेंड कर रहा है—इसका इशारा रतीश वेलु की ओर है। विपक्ष का आरोप है कि यह घोटाला सिर्फ एक अफसर या एक कारोबारी का नहीं, बल्कि डीएमके परिवार के संरक्षण में चलाया गया संगठित भ्रष्टाचार है। बीजेपी नेताओं ने स्टालिन से इस्तीफे की मांग कर दी है। AIADMK कह रही है कि 2026 का विधानसभा चुनाव अब इस मुद्दे पर लड़ा जाएगा।

दिल्ली यात्रा: संकट प्रबंधन या सियासी डील? –स्टालिन का दिल्ली जाना अब सिर्फ एक नीति बैठक नहीं रहा, बल्कि एक सियासी संदेश बन गया है। पिछले साल उन्होंने नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार किया था, और अब अचानक इस बार शामिल हो रहे हैं।

क्या वो केंद्र सरकार से कुछ मदद की उम्मीद कर रहे हैं? क्या वो जांच को शांत करने की कोशिश कर रहे हैं? वक्त बताएगा, लेकिन फिलहाल सवालों का अंबार लग चुका है।

DMK की साख पर सबसे बड़ा सवाल –तमिलनाडु में घोटाले सत्ता पलट सकते हैं। 2G घोटाला हो, गुटखा घोटाला या ग्रेनाइट घोटाला—हर बार सियासी समीकरण बदले हैं।

अब TASMAC घोटाला डीएमके के लिए ऐसा ही तूफान बन सकता है। खासकर जब इसमें फिल्मों, कारोबार, राजनीति और परिवार की कड़ियां आपस में जुड़ती नजर आ रही हों। मुख्यधारा की मीडिया भले इसे दबाने की कोशिश कर रही हो, लेकिन सोशल मीडिया पर आग लग चुकी है। और ये आग 2026 के चुनाव तक जलती रह सकती है।

यह घोटाला अब सिर्फ शराब तक सीमित नहीं है। यह सत्ता, परिवार और भ्रष्टाचार का ऐसा ताना-बाना बन चुका है, जो तमिलनाडु की राजनीति को पूरी तरह बदल सकता है।

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