भाजपा का बूथ मैनेजमेंट पर जोर, खंगाली जाएगी पदाधिकारियों की वर्क रिपोर्ट

चंडीगढ़ । बूथ मैनेजमेंट कमेटियों के सहारे केंद्र और प्रदेश में सत्तारूढ़ हुई भाजपा मिशन 2019 में भी इसी फंडे पर दांव खेलेगी। इसके लिए संगठन स्तर पर तैयारी शुरू हो गई है। पदों की लालसा करने वाले पदाधिकारियों पर कार्रवाई करते हुए पार्टी कर्मठ कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ाएगी। खासकर मंडल कार्यकारिणी और बूथ स्तर पर होने वाले कार्यक्रम पार्टी की प्राथमिकताओं में हैं।

लोकसभा चुनाव करीब डेढ़ साल बाद होने हैं, जबकि मुख्यमंत्री मनोहर लाल विधानसभा चुनाव भी साथ कराने का संकेत दे चुके हैं। भाजपा ने अभी से लोकसभा और विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए पार्टी हाईकमान ने संगठन को दुरुस्त करने पर पूरा जोर लगा दिया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बाद संगठन महामंत्री रामलाल और फिर राष्ट्रीय महामंत्री मुरलीधर राव ने पार्टी संगठन की समीक्षा की तो कई स्तर पर सुधार की जरूरत महसूस की गई। इस पर अमल करते हुए प्रदेश भाजपा ने मंडल, जिला और प्रदेश कार्यकारिणी में अहम पदों पर काबिज पदाधिकारियों की वर्क रिपोर्ट खंगालनी शुरू कर दी है।

सभी प्रकोष्ठ और प्रकल्पों की सक्रियता पर नजर रखते हुए पदाधिकारियों को निश्चित अंतराल में लक्ष्य प्राप्ति के निर्देश दिए गए हैं। सक्रिय बूथों के गठन की प्रक्रिया को तेज कर विभिन्न स्तरों पर जवाबदेही तय की जाएगी। विफल रहे पदाधिकारियों का संगठन से पत्ता काट दिया जाएगा। योजना के मुताबिक पार्टी चरित्रवान और राष्ट्रीय विचारधारा के कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ाते हुए पंचायत स्तर से संसद तक अपनी पैठ मजबूत करेगी। जिला और मंडल कार्यकारिणी तथा बूथ स्तर पर किए जा रहे छह कार्यक्रमों पर खास फोकस है। स्थानीय स्तर पर चल रही गतिविधियों की हाई लेवल पर मॉनीटङ्क्षरग की जा रही है। अंत्योदय योजना का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए विस्तारकों की जिम्मेदारी लगाई गई है।

प्रदेश भाजपा मीडिया प्रमुख राजीव जैन के मुताबिक छोटे पदाधिकारियों की सक्रियता बढ़ाने के लिए जिलाध्यक्ष और महामंत्रियों को मंडल और बूथ स्तर पर भी प्रवास तय किए जा रहे हैं। अगर कोई पार्टी पदाधिकारी गतिविधियों को दरकिनार करेगा तो उनकी अनुपस्थिति को गंभीर माना जाएगा। बूथ समितियों का सौ फीसद गठन करते हुए सभी मंडलों में कार्यकारिणी का गठन और मिस्ड कॉल सदस्यता हासिल करने वाले लोगों को सत्यापित करने के लिए किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए।

News Source: jagran.com

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