बच्चों का तनाव दूर करने के लिए ‘प्रेशर को बोलो बाय’ के साथ निकलओडियन का ‘टुगैदर फाॅर गुड’

न्यूज़ डेस्क : निकलओडियन – भारत में मनोरंजन की अग्रणी फ्रेंचाईज़ी निकलओडियन ने अपनी अंतर्राश्ट्रीय प्राॅपर्टी – टुगैदर फाॅर गुड की भारत में षुरुआत ‘प्रेषर को बोलो बाय’ अभियान के साथ की है। पूरे विष्व में अपने सामाजिक अभियान के साथ टुगैदर फाॅर गुड का मानना है कि हर बच्चे को सुरक्षित, विष्वसनीय एवं बेहतर वातावरण मिलना चाहिए। इस साल के अभियान के साथ यह ब्रांड न केवल बच्चों पर परीक्षाओं के समय पड़ने वाले दबाव के बारे में जागरुकता बढ़ाएगा, बल्कि बच्चों की सुरक्षा को बढ़ावा भी देगा। इस साल निकलओडियन अर्ली चाईल्डहुड एसोसिएषन के साथ साझेदारी में ‘बच्चों के बीच तनाव और चिंता’ के खिलाफ अभियान छेड़ रहा है। भारत के चहेते निकटून रुद्रा 11 अप्रैल, 2019 को इंदौर में श्री राम सेंटेनियल स्कूल में पहुंचे।

 

स्कूल में ब्रांड ने दो चरण वाले माॅड्यूल के साथ विस्तृत जागरुकता अभियान की षुरुआत की और चार मुद्दों – माइंडफुलनेस, एक्ज़ाम स्ट्रेस, पीयर प्रेषर एवं बुलींग पर वार्ता की। माॅड्यूल का पहला चरण बच्चों द्वारा निकटूंस के साथ मनोरंजक गतिविधि और बातचीत के लिए खास डिज़ाइन किया गया था। इस चरण का उद्देष्य बच्चों में परिवर्तन को प्रोत्साहित करना था। दूसरे चरण में माता-पिता और टीचर्स के लिए सेमिनार थे, ताकि वो बच्चों में नकारात्मक परिवर्तन और लक्षणों को समझ सकें और उनकी सहायता कर सकें। सत्र में मौजूद रहने वाले विद्यार्थियों, टीचर्स और माता-पिता का प्रमाणपत्र दिए गए।

 

इस कैम्पेन पर प्रकाष डालते हुए अर्ली चाईल्डहुड एसोसिएषन की प्रेसिडेंट, डाॅ. स्वाति पोपट ने कहा, ‘‘तीन दषक से अधिक समय से षिक्षा उद्योग में काम करने के बाद मुझे समझ में आया कि बच्चों का गिरता मानसिक स्वास्थ्य हमारे समाज की बड़ी समस्याओं में से एक है। इस अभियान के लिए निकलओडियन के साथ जुड़कर मुझे बहुत खुषी हुई है। टुगैदर फाॅर गुड कैम्पेन के द्वारा हम मिलकर परिवर्तन लेकर आएंगे।’’
इस अभियान के साथ हम बच्चों के बीच मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए आषाान्वित हैं। हम बच्चों को विविध तरह के तनावों का सामना करना सिखाएंगे। अर्ली चाईल्डहुड एसोसिएषन के साथ यह साझेदारी उन्नत कार्यक्रमों द्वारा बच्चों के व्यवहार में परिवर्तन लाएगी, जिससे बच्चों को चिंता, तनाव, पीयर प्रेषर और बुलींग जैसी चुनौतियों का सामना करने की सामथ्र्य प्राप्त होगी।

 

 

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