स्वचलित सेमी-हाईस्पीड ट्रेन 18 का परीक्षण अगले माह

नई दिल्ली । स्वदेशी सेमी हाईस्पीड ‘ट्रेन 18’ को रेलवे अगले महीने से प्रायोगिक तौर पर चलाएगा. ट्रेन का ट्रायल सफल रहने के बाद उसे भारतीय रेलवे के बेड़े में शामिल कर लिया जाएगा.
भारतीय रेलवे के तकनीकी सलाहकार अनुसंधान अभिकल्प और मानक संगठन (आरडीएसओ) ट्रेन को प्रायोगिक तौर पर चलाएगी और उसे मान्यता प्रदान करेगा.

‘ट्रेन 18’ को जून में बेड़े में शामिल किया जाना था. यह ट्रेन 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ने में सक्षम है. इसके कोच से मौजूदा शताब्दी और इंटरसिटी के कोच से बदला जाएगा
चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में निर्मित ट्रेन 18 से मेक इन इंडिया को बढ़ावा मिलेगा. यह ट्रेन 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने में सक्षम है.

भविष्य में शताब्दी जैसी ट्रेनों को हटाकर ट्रेन 18 चलाने की योजना है. रेलवे मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि आईसीएफ छह ऐसे ट्रेन सेट बनाएगा, जिनमें से दो में स्लीपर कोच होंगे. पूरी तरह वातानुकूलित इस चेयरकार ट्रेन में वाई-फाई की भी सुविधा होगी.

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