सुशील कुमार ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 3 साल बाद की ‘गोल्डन’ वापसी, कॉमनवेल्थ कुश्ती में जीता पदक

नई दिल्ली। दो बार के ओलंपिक पदक विजेता भारतीय स्टार पहलवान सुशील कुमार ने रविवार को दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शानदार वापसी की। वहीं, ओलंपिक की एक और पदक विजेता भारत की साक्षी मलिक ने भी स्वर्ण पदक हासिल किया। साक्षी ने महिलाओं की 62 किग्रा फ्री स्टाइल स्पर्धा के फाइनल में न्यूजीलैंड की तायला टूनाइन फोर्ड को 13-2 से शिकस्त दी।

लगभग तीन साल के बाद अंतरराष्ट्रीय कुश्ती में वापसी कर रहे सुशील ने 74 किग्रा की फ्री स्टाइल स्पर्धा में न्यूजीलैंड के आकाश खुल्लर को हराकर पीला तमगा हासिल किया। ग्लास्गो में 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने के बाद यह सुशील का पहला अंतरराष्ट्रीय पदक है। पहले मुकाबले में सुशील ने दक्षिण अफ्रीका के जोहांस पेट्रस बोथा को 8-0 से हराया। इसके बाद उन्होंने कनाडा के जसमीत सिंह फुल्का को शिकस्त दी।

जीत के बाद सुशील ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘तीन साल बाद अंतरराष्ट्रीय कुश्ती टूर्नामेंट के स्वर्ण पदक को मैं माता-पिता व मेरे गुरु सतपाल और देश के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।’ सुशील ने 2008 बीजिंग ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था, जबकि 2012 लंदन ओलंपिक में रजत पदक अपने नाम किया था। इसके अलावा इसी स्पर्धा में प्रवीण राणा ने कांस्य पदक अपने नाम किया।

इससे पहले सुशील ने पिछले महीने इंदौर में राष्ट्रीय चैंपियनशिप में 74 किग्रा फ्री स्टाइल में स्वर्ण पदक जीता था। हालांकि, तब उनकेतीन प्रतिद्वंद्वियों ने उन्हें वॉकओवर दे दिया था। फाइनल में प्रवीण ने सुशील को वॉकओवर दिया था। सुशील को उनके प्रतिद्वंद्वियों द्वारा वॉकओवर दिए जाने को लेकर आलोचना भी हुई थी।

इससे पहले सुशील ने कुश्ती के लिए राष्ट्रीय पर्यवेक्षक के पद से इस्तीफा दे दिया था जिसे खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने स्वीकार कर लिया था। इससे पहले भारत की महिला पहलवानों ने सभी दस वजन श्रेणी में पदक हासिल किए। भारत की ओर से 72 किग्रा में किरण ने, 68 किग्रा में दिव्या काकरण और 65 किग्रा में रितु मलिक ने स्वर्ण पदक हासिल किया। वहीं, 76 किग्रा में पूजा ने और 59 किग्रा में रविता ने रजत पदक अपने नाम किए।

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