सोनी सब ने टेलीविजन पेश किया ‘‘अलादीन‘‘

इस बात का उल्लेख कम ही मिलता है कि अलादीन मध्य पूर्व के उस आलीशान महलों और दूर तक फैले रेगिस्तान, उड़ते हुए कालीन और उस जादुई चिराग के दौर में ले गया हो। सोनी सब अपने दर्शकों को एक महागाथा, ‘अलादीनः नाम तो सुना ही होगा’ के साथ उस सफर पर ले जाने को तैयार है। जादू और रहस्य के भरपूर यह शो 20 साल के एक लड़के अलादीन की बहुत ही पौराणिक कहानी पर आधारित है। यह कहानी उस लड़के के अपने प्यार से मिलने और किस्मत के बारे में है। यह शो 21 अगस्त से शुरू हो रहा है। इसका प्रसारण रात, 9 बजे, सोमवार-शुक्रवार, सोनी सब पर किया जायेगा।

निसार परवेज़ और अलिंद श्रीवास्तव के पेनिन्सुएला पिक्चर्स द्वारा निर्मित सोनी सब का अलादीन उस महान लोककथा को ऐक्शन से भरपूर, बड़े ही भव्य अवतार में प्रस्तुत करेगा। इसमें कंटेम्पररी ट्विस्ट के साथ बेहद खूबसूरत नजारे भी देखने को मिलेंगे। शेर के ज़िगर वाले अलादीन का किरदार टेलीविजन अभिनेता सिद्धार्थ निगम निभा रहे हैं। अलादीन एक करिश्माई किस्म का ब़ागी है, वह अपने काम को अपने बोलने के बेहतरीन अंदाज और होशियारी से अंज़ाम देता है। एक प्यारे-से शैतान और रोमांस में थोडे कच्चे, अलादीन को अपने परिवार की कुछ खास जिम्मेदारियों और दायित्वों के कारण अपने चाचा और चाची के दबाव में आकर चोर बनना पड़ता है। उसका अपनी अम्मी के साथ बहुत ही खूबसूरत रिश्ता है। अलादीन की अम्मी की भूमिका स्मिता बंसल निभा रही हैं। वह उसकी सबसे बड़ी ताकत और सबसे बड़ी कमजोरी भी है।

अलादीन के नजर आयेंगी, यास्मीन। वह ब़गदाद की बहुत ही शक्तिशाली राजकुमारी है। इस भूमिका को अवनीत कौर निभा रही हैं। बाकी पारंपरिक राजकुमारियों से अलग, यास्मीन एक योद्धा है, वह किसी भी गलत चीज को देखकर सबसे पहले आवाज उठाने वालों या चुनौती देने वालों में से है। आत्मरक्षा में भरोसा करने वाली, तलवारबाज़ी में माहिर यास्मीन, अलादीन के जीवन में रोमांस और ऐक्शन लेकर आती है। एक अन्य महत्वपूर्ण किरदार है, अलादीन के पिता, ओमर (गिरीश सचदेव) जिन संघर्षों से गुजर रहे हैं, उसकी जड़ में वही हैं। अलादीन के आने वाले कल और एक उज्जवल भविष्य की राह में उनकी बहुत अहम भूमिका है। साथ ही यह शो उसके आस-पास के कई चर्चित किरदारों को भी परदे पर जीवंत करेगा, जैसे जाफ़र (अमिर दल्वी), सत्ता का भूखा राक्षस वज़ीर, जोकि लगातार अलादीन के रास्ते में रोड़े अटकाता है। उसके कंजूस चाचा (बदरूल इस्लाम) और चाची (गुलफ़ाम खान) और यास्मीन के माता-पिता सुल्तान शहनवाज़ (ज्ञान प्रकाश) और सुल्ताना (याशू धीमन)। अलादीन के कारनामे उसे जादुई चिराग तक पहुंचाते हैं; यही इसका एक मुख्य लक्ष्य है, जिसके इर्द-गिर्द यह कहानी घूमती है।

नीरज व्यास, बिजनेस हेड, सोनी सब, पल, हिन्दी मूवीज़ और म्यूज़िक
‘‘अलादीन सोनी सब की नई पेशकश है, जो अपने दर्शकों को खुशियां देने के वादे पर कायम है। यह शो अलादीन की सदियों पुरानी लेकिन ताजगीभरी कहानी को उन किरदारों से सजाकर लेकर आयेगा, जिनसे हम अपने बचपन के दिनों से ही वाकिफ़ हैं। टेलीविजन प्रोग्रामिंग का एक नया मापदंड तय करने के उद्देश्य से, यह शो अपने भव्य सेट, कंटेम्पररी ट्विस्ट और बेहतरीन प्रोडक्शन क्वालिटी के सााथ दर्शकों का मनोरंजन करेगा। मुझे पूरी उम्मीद है कि ‘अलादीन’ जल्द ही सोनी के लिये भारी संख्या में प्रशंसक तैयार कर लेगा।’’

निसार परवेज़, सह-संस्थापक, पेनिन्सएला पिक्सर्च प्राइवेट लिमिटेड
‘‘यह हमारी खुशकिस्मती है कि हम अलादीन की महागाथा को जीवंत कर रहे हैं। यह कहानी हम उन दिनों से सुनते आ रहे हैं, जब हम बड़े हो रहे थे। आधुनिक नजरिये से इस भव्य कहानी को प्रस्तुत करने के लिये यह टेलीविजन पर आज के दौर का सबसे बड़ा और भव्य शो है। हमने अपनी सारी ताकत इसमें झोंक दी है। अलादीन जैसी प्रसिद्ध कहानी को इससे बेहतर तरीके से दिखाया नहीं जा सकता। इस शो के लिये सोनी सब के साथ साझीदारी करते हुए पेनिन्सुएला पिक्सर्च को काफी खुशी हो रही है।’’

 

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