श्री पीयूष गोयल ने दिल्ली के द्वारका में भारतीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन और प्रदर्शनी केंद्र (आईआईसीसी) की प्रगति की समीक्षा की; उन्होंने अधिकारियों से परियोजना के पहले चरण को पूरा करने के लिए कार्यों में तेजी लाने को कहा

‘यह एक प्रमुख आर्थिक चालक के रूप में काम करेगा, जो भारत को वैश्विक बैठकों, इंसेंटिव्स, सम्मेलनों औऱ प्रदर्शनियों के बाजार में बड़ी हिस्सेदारी हासिल करने में मदद करेगा’: श्री गोयल

आईआईसीसी प्रमुख अंतरराष्ट्रीय आयोजनों की मेजबानी में भारत की हिस्सेदारी को 2024 तक करीब 13 फीसदी तक बढ़ाने में मदद करेगा और नई दिल्ली को प्रदर्शनी बाजार के क्षेत्र में शंघाई, हांगकांग और सिंगापुर के समूह में पहुंचा देगा

एक बार शुरू होने के बाद, आईआईसीसी के हर साल 100 से अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों की मेजबानी करने की उम्मीद है

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामले और खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण और कपड़ा मंत्री श्री पीयूष गोयल ने आज दिल्ली के द्वारका में बन रहे भारतीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन और प्रदर्शनी केंद्र (आईआईसीसी) का दौरा किया। उन्होंने अधिकारियों और कार्यान्वयन एजेंसियों को परियोजना के पहले चरण को समयबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।

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श्री गोयल ने कहा, ‘यह एक प्रमुख आर्थिक चालक के रूप में काम करेगा, जो भारत को वैश्विक बैठकों, इंसेंटिव्स, सम्मेलनों औऱ प्रदर्शनियों के बाजार में बड़ी हिस्सेदारी हासिल करने में मदद करेगा।’

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आईआईसीसी और उससे जुड़ी चीजों के विकास से भारत को प्रमुख अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों और प्रदर्शनियों की मेजबानी के वैश्विक बाजार में बड़ी हिस्सेदारी हासिल करने में मदद मिलेगी। उम्मीद जताई जा रही है कि आईआईसीसी 2024 तक भारत की हिस्सेदारी को लगभग 13 प्रतिशत तक बढ़ाने में मदद करेगा और नई दिल्ली को प्रदर्शनी बाजार के क्षेत्र में शंघाई, हांगकांग और सिंगापुर के समूह में शामिल कर देगा।

एशिया के भीतर, चीन के पास प्रदर्शनी सुविधाओं के लिए कुल उपलब्ध स्थान में से 68 फीसदी (4.1 मिलियन वर्गमीटर) से अधिक की हिस्सेदारी है। भारत में इस समय केवल 0.3 मिलियन वर्गमीटर प्रदर्शनी के लिए स्थान मौजूद है, जिससे एशिया में 4.9 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। एशियाई बाजारों में आयोजित कार्यक्रमों के संदर्भ में, एशिया में चीनी स्थलों पर सालाना 515 (28 प्रतिशत) से अधिक आयोजनों की मेजबानी हुई जबकि भारत में तुलनात्मक रूप से केवल 131 कार्यक्रमों (7.1 प्रतिशत) की मेजबानी की गई। बेहतरीन विश्व स्तरीय प्रदर्शनी और सम्मेलन सुविधाओं के अभाव में, भारत को इस विकास के संभावित अवसरों से लाभ नहीं हुआ है।

आईआईसीसी भारत सरकार की एक प्रमुख परियोजना है और इसे भारत में बैठकों, इंसेंटिव्स, सम्मेलनों और प्रदर्शनियों (एमआईसीई) संबंधी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए अत्याधुनिक और विश्वस्तरीय प्रदर्शनी और सम्मेलन केंद्र बनाने के लिए विकसित किया जा रहा है। इस परियोजना की आधारशिला 20 सितंबर 2018 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने रखी थी।

परियोजना को नई दिल्ली के द्वारका सेक्टर-25 में 89.72 हेक्टेयर क्षेत्र में विकसित किया जा रहा है। इसमें कुल एफएआर 10.70 लाख वर्ग मीटर होगा, जिसमें सम्मेलन केंद्र (11,000 लोगों के लिए), 5 प्रदर्शनी हॉल, एक किलोमीटर लंबी अग्रदीर्घा, वापस स्थिति में आने वाली छत के साथ बहुउद्देशीय एरिना (20,000 लोगों के लिए), 3/4/5 स्टार होटल, ऑफिस के लिए जगह और कमर्शियल/रिटेल स्पेस होगा।

परियोजना को दो चरणों में विकसित किया जाएगा। परियोजना के पहले चरण के अंतर्गत सम्मेलन केंद्र (60,000 वर्गमीटर) और दो प्रदर्शनी हॉल (61,000 वर्गमीटर) के साथ निकटवर्ती अग्रदीर्घा और पूरे ट्रंक बुनियादी ढांचों को विकसित किया जा रहा है। पहले चरण का काम पूरा होने के बाद, दूसरे चरण के अंतर्गत 3 और प्रदर्शनी हॉल, एरिना, होटल, रिटेल और ऑफिस के लिए जगह विकसित की जाएगी।

एक समर्पित भूमिगत मेट्रो स्टेशन, जो एयरपोर्ट एक्सप्रेस मेट्रो का विस्तार है, का निर्माण दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) द्वारा किया जा रहा है और आईआईसीसी लिमिटेड द्वारा वित्तपोषित है। परियोजना स्थल द्वारका एक्सप्रेसवे और अर्बन एक्सटेंशन रोड-II, जो दिल्ली के भीतर एक विस्तारित रिंग रोड है, समर्पित इंटरचेंज के साथ सड़क मार्ग से जुड़ा है।

कोरिया इंटरनेशनल एक्जीबिशन सेंटर (केआईएनटीईएक्स) और ईसैंग नेटवर्क्स कंपनी लिमिटेड का संघ, किनेक्सिन कन्वेंशन मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड को प्रदर्शनी और सम्मेलन केंद्र के संचालक के रूप में आयोजन स्थल के संचालन और प्रबंधन के लिए, वाणिज्यिक रूप से कामकाज शुरू होने के बाद 20 साल के लिए नियुक्त किया गया है। वर्तमान में आईआईसीसी परियोजना में विकसित की जा रही सुविधाओं की समीक्षा करते हुए, उद्योग की अच्छी परिपाटी के तहत ऑपरेटर इनपुट प्रदान कर रहा है। उसकी ओर से दुनियाभर में सम्मेलन और प्रदर्शनी को लेकर अपनाई गई सामान्य प्रणाली के आधार पर विभिन्न सुधारों का सुझाव भी रखा है।

यात्रा के दौरान, श्री गोयल ने डीएमआरसी और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों से बाहरी संपर्क कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए कहा। ईपीसी ठेकेदार ने यह भी बताया कि पिछले छह महीनों से परियोजना से जुड़े संसाधनों को बढ़ाया गया है और तय समयसीमा में काम पूरा करने के लिए परियोजना की रफ्तार भी बढ़ाई गई है। मंत्री के साथ उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी), आईआईसीसी लिमिटेड, राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास निगम लिमिटेड (एनआईसीडीसी लिमिटेड) के वरिष्ठ अधिकारी, कार्यक्रम प्रबंधन सलाहकार (पीएमसी) और एल एंड टी लिमिटेड (ईपीसी ठेकेदार) के प्रतिनिधि भी साथ थे।

एक बार चालू होने के बाद, आईआईसीसी के हर साल 100 से ज्यादा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों की मेजबानी करने की उम्मीद है।

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