राजनीतिक रूप से अलग विचार रखने वालों को देश विरोधी नहीं माना जाना चाहिए : आडवाणी

न्यूज़ डेस्क : आडवाणी भाजपा की स्थापना दिवस 6 अप्रैल से 2 दिन पहले अपने ब्लॉग के द्वारा अपने विचार देशवासियों के सामने रखा l साथ ही उन्होंने गांधी नगर की जनता और कार्यकर्ताओं का आभार भी जताया , जिन्होंने उन्हें 6 बार चुनाव जीता कर लोक सभा में भेजा था l

 

आडवाणी ने लिखा देश की सेवा करना मेरा पैशन है और मिशन रहा है- देश पहले,  फिर पार्टी और उसके बाद मै l हमारी भारतीय राष्ट्रवाद की तरह हमने भी राजनीतिक रूप से अलग विचार रखने वालों को देश विरोधी नहीं माना है l हमारी पार्टी का हर नागरिक के चुनने की आजादी को लेकर प्रतिबद्ध है अपने उदय के समय से ही भाजपा ने अपने राजनीतिक विरोधियों को अपना दुश्मन नहीं माना है ,बल्कि विपक्षी के तौर पर देखा है l

 

आडवाणी ने लिखा है कि 6 अप्रैल को भाजपा अपना स्थापना दिवस मनाएगी l हमारे लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर है l भाजपा के संस्थापक के तौर पर मैं समझता हूं कि अपना अनुभव भारत के लोगों के साथ साझा करूं और इससे भी बढ़कर भाजपा कार्यकर्ताओं से जिनके प्रेम और साथ ने सब बनाया l  गांधी नगर की जनता का आभारी आभारी हूं जिन्होंने मुझे 1991 से लगातार उनके प्यार और समर्थन किया है l 14 साल की उम्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल हुआ ,तभी से धरती मां की सेवा करना मेरा धर्म रहा है l भाजपा के साथ 70 साल के भारतीय जनता पार्टी के साथ और दोनों का संस्थापक सदस्य पंडित दीनदयाल उपाध्याय श्री अटल बिहारी वाजपेई और कई अन्य नेताओं के साथ काम करना मैं भाग्य की बात रही l

मेरे जीवन का सिद्धांत रहा है पार्टी में तीनों मामलों में सिद्धांत भारतीय लोकतंत्र की खूबी है विभिन्न और विचारों की आजादी भाजपा ने शुरू से ही अधिक विरोधियों को दुश्मन नहीं माना है l भारतीय राष्ट्रीयता की तर्ज पर हम अपने राजनीतिक विरोधियों को देश विरोधी नहीं मानते हैं पार्टी के भीतर और वृहद राष्ट्रीय परिदृश्य में लोकतंत्र एवं लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा भाजपा की विशिष्टता रही है l  इसलिए भाजपा हमेशा मीडिया समेत सभी लोकतांत्रिक संस्थाओं की स्वतंत्रता निष्पक्षता और उनकी मजबूती को बनाए रखने की मांग में सबसे आगे रही है l

राजनीति और चुनावी फंडिंग में पारदर्शिता सहित चुनाव सुधार भ्रष्टाचार मुक्त राजनीति के लिए उनकी पार्टी की प्राथमिकता रही है l  संक्षेप में पार्टी के भीतर और बाहर निष्ठा और लोकतंत्र के तीन स्तंभ संघर्ष पार्टी के उद्भव के मार्गदर्शक हैं l  इंशारे मूल्यों का सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और आज में निहित है जिस पर मेरी पार्टी अधिक रही है आपातकाल के खिलाफ संघर्ष इन मूल्यों का प्रतीक है मेरी इच्छा है कि सभी समग्र रूप से भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को मजबूती प्रदान करें l

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