माइग्रेंट बच्चों को परिजनों से अलग करने का फैसला बदले अमेरिका

वाशिंगटन। अमेरिकी फर्स्ट लेडी मेलेनिया ट्रंप ने अपील की है कि ट्रंप प्रशासन के उस निर्णय को बदल देना चाहिए जिसमें अमेरिकी बॉर्डर पर माइग्रेंट बच्चों को उनके मां-बाप से अलग कर दिया जाता है। ट्रंप प्रशासन के इस फैसले का विरोध न सिर्फ डेमोक्रेट्स पार्टी बल्कि रिपब्लिकन पार्टी के लोग भी करते आए हैं। ट्रंप ने कहा कि वह खुद भी इस खत्म करना चाहते हैं

लेकिन उन्होंने इस फैसले के लिए डेमोक्रेट्स को ज़िम्मेदार ठहराया। बात दे कि डोनाल्ड ट्रंप की पत्नी राजनीतिक मुद्दों से अमूमन दूर ही रहती हैं लेकिन इस समस्या का हल निकालने के लिए उन्होंने दोनों पार्टियों को साथ मिलकर काम करने को कहा। मेलेनिया ट्रंप की सचिव स्टेफेनी ग्रिशम ने बताया,मिसेज़ ट्रंप को पसंद नहीं है कि बच्चों को उनके परिवार से अलग किया जाए और वो उम्मीद करती हैं कि जल्दी ही दोनों पार्टियां एक साथ मिलकर अच्छी इमीग्रेशन पॉलिसी बना लेंगी।

उनका मानना है कि सारे नियमों का पूरी तरह से पालन होना चाहिए लेकिन हमें दिल से भी काम लेना चाहिए।
हाल ही में सरकार ने बताया कि पिछले करीब 6 हफ्ते के में करीब 2000 बच्चों को उनके मां-बाप से अलग कर दिया गया। ये संख्या मई के पहले हफ्ते से और भी बढ़ गई जब एटॉर्नी जनरल जेफ सेशन ने घोषणा की कि जो भी मैक्सिको की तरफ से बॉर्डर क्रॉस करेगा उस गिरफ्तार कर लिया जाएगा चाहे वो शरण ही क्यों न चाह रहा हो।

एक रिपब्लिकन नेता ने कहा कि चूंकि बच्चों को उनके मां-बाप के साथ नहीं रखा जा सकता इसलिए उन्हें अलग कर दिया जाता है। सीनेटर सुसान कॉलिन्स ने बताया कि ऐसा करके ट्रंप प्रशासन संदेश देना चाहता है कि अगर आप बच्चों के साथ बॉर्डर क्रॉस करते हैं तो आपके बच्चों को आपसे अलग कर दिया जाएगा। रिप्रेज़ेंटेटिव डेविड सिसिलिन ने कहा कि यह ट्रंप प्रशासन की नई नीति देश के मूलभूत सिद्धांतों के खिलाफ है। हमलोगों ने बच्चों की आंखों में एक अलग सा डर और अपने मां-बाप से मिलने की बेचैनी देखी है।

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