कुछ गलत फैसलों से तबाह हुआ अभिनय कैरियर : बाबी देओल

मुंबई । अभिनेता बॉबी देओल ने फिल्म रेस-3 से बड़े पर्दे पर सालों बाद वापसी की है। बॉबी दोओल का कैरियर अच्छा-खासा चल रहा था, लेकिन अचानक बड़े परदे से दूर जाने के बाद वह बालीवुड की चर्चाओं से बाहर हो गए। कैरियर पर बात करते हुए बाबी देओल ने कहा कि अब स्थितियां बहुत बदल गई हैं।

उन्होंने कहा कि आज मैं जहां कहीं हूं, उसके लिए स्वयं जिम्मेदार हूं। अब एक बार अपनी जगह बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा हूं। बॉबी ने 1990 के दशक में ‘गुप्त : द हिडेन ट्रुथ’, ‘सोल्जर’ और ‘अजनबी’ जैसी सफल फिल्मों में अभिनय किया है। उन्होंने ‘शाकालाका बूम बूम’ के साथ कई असफल फिल्में भी की हैं। बड़े पर्दे पर वह आखिरी बार 2013 में ‘यमला पगला दीवाना 2’ में अपने पिता धर्मेद्र और भाई सनी देओल के साथ दिखाई दिए थे।

बॉबी ने कहा बड़े पर्दे से गायब होने के लिए मैं सिर्फ खुद को दोष दूंगा। मैं निराश हो गया था। मैं बुरी तरह निराश और निरुत्साहित महसूस करने लगा था। अपने परिवार को देखकर मुझे एहसास हुआ कि मैं उन्हें दुखी नहीं कर सकता। बॉबी देओल ने कहा मुझे काम करना होगा, अपने पैरों पर खड़े होना है और इसे खुद करना है,

क्योंकि मेरी मदद करने वाला कोई नहीं है। बॉबी ने कहा कि बड़े पर्दे से गायब रहने से उन पर बहुत असर पड़ा। उन्होंने कहा कि फिल्मी दुनिया से मेरी पहचान गायब हो गई थी। ‘बिच्छू’, ‘अपने’, ‘झूम बराबर झूम’ जैसी सफल फिल्मों के बावजूद प्रसिद्धि का लाभ नहीं उठा पाने के प्रश्न पर उन्होंने कहा।

मैं अज्ञानी था, मुझे एहसास ही नहीं हुआ कि मैंने वैसी प्रसिद्धि हासिल कर ली है। बॉबी ने कहा मुझे लगता है कि यदि मैं अज्ञानी नहीं रहा होता तो ऐसा नहीं हुआ होता। लेकिन मैंने हार नहीं मानी है। उन्होंने कहा अब मैं मुश्किल समय से गुजर चुका हूं। उन्होंने कहा इस बीच प्रतियोगिता बहुत बढ़ गई है। अपने लिए स्थान बनाने के लिए मुझे विशेष तैयारी करनी होगी। बॉबी फिलहाल अपनी हालिया फिल्म ‘रेस 3’ की सफलता से उत्साहित हैं।

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