कश्मीर : पत्थरबाजी से लेकर आतंकी घटनाओं तक, 370 हटने के बाद अपराधों में आई कितनी गिरावट?

न्यूज डेस्क : किसी समय जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजी आम बात थी, लेकिन वहां से धारा 370 हटाने के बाद इन घटनाओं में भारी कमी आई है। इसके अलावा आतंकियों की भर्ती, ग्रेनेड अटैक, आगजनी और अपहरण जैसी घटनाओं में भी कमी देखी जा रही है।

 

 

 

 

इन दिनों जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई की जा रही है। कोर्ट में याचिकाकर्ता की ओर से कहा गया है कि सरकार ने अपने हितों के लिए अनुच्छेद 370 को अनुच्छेद 370 (3) के जरिए खत्म किया है। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा है कि कश्मीर से धारा 370 हटाने को लेकर सरकार की मंशा क्या थी, यह हमारा काम नहीं है। हम सिर्फ यह देखेंगे कि धारा 370 हटाने में संविधान का उल्लंघन हुआ है या नहीं। इसी बीच जम्मू कश्मीर पुलिस ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटने से पहले और धारा 370 हटने के 4 साल बाद तक का आंकड़ा जारी किया है।

 

 

 

 

पत्थरबाजी में 91 फीसदी गिरावट-
किसी समय जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजी आम बात थी, लेकिन वहां से धारा 370 हटाने के बाद इन घटनाओं में भारी कमी आई है। जम्मू कश्मीर पुलिस द्वारा जारी आंकड़ो के अनुसार साल 2015 से साल 2019 के बीच जम्मू कश्मीर में पत्थरबाजी की 5063 घटनाएं हुई थीं, जबकि साल 2019 से साल 2023 के बीच महज 434 घटनाएं हुई हैं। यानि पत्थरबाजी की घटनाओं में 91 फीसदी की गिरावट आई है।

 

 

 

 

आतंकियों की भर्ती में आई कमी-
साल 2015 से साल 2019 के बीच जहां 597 आतंकियों की भर्ती हुई तो साल 2019 से साल 2023 के बीच यह संख्या 461 थी। इसी तरह साल 2015 से साल 2019 के बीच 740 आतंकी मारे गए थे और 329 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए थे, वहीं साल 2019 से साल 2023 के बीच 675 आतंकी मारे गए और 146 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए। धारा 370 हटने के पहले चार साल में 119 आम लोगों की मौत हुई थी, वहीं धारा 370 हटने के बाद के चार सालों में 107 आम लोगों की मौत हुई है।

 

 

 

 

 

अन्य घटनाओं में भी आई कमी-
धारा 370 हटने के पहले चार साल में 162 ग्रेनेड अटैक, 45 हथियार छीनने की घटना, 87 आगजनी और 28 अपहरण की घटनाएं हुई थी, वहीं धारा 370 हटने के बाद के चार सालों में 138 ग्रेनेड अटैक, 14 हथियार छीनने की घटना, 35 आगजनी और 9 अपहरण की घटनाएं हुई है। इसके अलावा पहले जहां 339 अलगाववादियों समर्थिक हड़तालें हुई थी जबकि बाद के सालों में उनकी संख्या घटकर 46 रह गई।

 

 

 

#JammuKashmir #Article370 #SupremeCourt #JammuKashmirPolice #stonepelting #terroristsrecruitment #grenadeattack #arson #kidnapping #separatist

Comments are closed.