हार्टअटैक के रोगियों की संख्या में बढ रही प्रतिदिन

लंदन ।  विशेषज्ञों के अनुसार दुनिया में हार्ट अटैक के रोगियों की संख्या में प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है, चाहे वो शहरी हो या गांव में रहने वाले। आजकल युवा वर्ग में हृदय संबंधी रोग का खतरा बढ़ता ही जा रहा है और यह पुरुषों और महिलाओं दोनों के ही लिए जोखिम भरा विषय है।

हृदयरोग विशेषज्ञों का मानना है कि खराब लाइफस्टाइल युवाओं को हृदयरोगी बना रहा है। उन्होंने कहा कि कि अमूमन बिज़ी लाइफस्टाइल के कारण युवा शारीरिक गतिविधियों पर ज्यादा ध्यान नहीं दे पाते, जिसके चलते कार्डियोवैस्कुलर डिज़ीज, टाइप 2 डायबीटीज़ और मोटापे जैसे रोगों का खतरा दोगना हो जाता है। यह हाई ब्लड प्रैशर लिपिड लेवल्स में असंतुलन और घबराहट को भी बढ़ा देता है,

जो सीधे दिल की बीमारी से जुड़े हुए होते हैं।उन्होंने आगे कहा कि दुनियाभर में सबसे ज्यादा मौतें हार्ट अटैक या हार्ट फेल होने की वजह से होती हैं। विश्व में लगभग 1.70 लाख लोगों की मृत्यु दिल की बीमारी से होती है। इसी तरह से भारत में 3 मिलियन लोगों की मृत्यु सीवीडी कार्डिओ वैस्कुलर बीमारियों से होती हैं, जिसमे हार्ट अटैक और हार्ट स्ट्रोक भी शामिल होते हैं।

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