धरती से पूर्व मंगल ग्रह पर जीवन की उत्पत्ति के बने थे हालात

वाशिंगटन । धरती से पहले मंगल ग्रह पर जीवन पाया जाता। यह दावा विशेषज्ञों ने उल्कापिंड एनडब्लूए 7034 या ब्लैक ब्यूटी का अध्ययन करने के बाद किया। इस दौरान उन्हें 4।5 अरब साल पहले बनी मंगल की परत मिली है। इस परत की मौजूदगी पथरीले और जीवन की उत्पत्ति के लिए जरूरी है। मंगल ग्रह की यह परत धरती पर जीवन की उत्पत्ति से भी 10 करोड़ साल पहले की है।

इससे वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि धरती से काफी पहले लाल ग्रह पर जीवन की उत्पत्ति के हालात बने थे। यूनिवर्सिटी ऑफ कोपेनहेगन में हुए अध्ययन में विशेषज्ञों ने कहा कि धरती पर जीवन की उत्पत्ति के लिए जिम्मेदार हालात मंगल ग्रह पर काफी पहले मौजूद थे। यह दावा लाल ग्रह से धरती पर गिरे उल्कापिंड का अध्ययन करने के बाद किया गया है। इसकी खोज 2011 में सहारा के रेगिस्तान में की गई थी।

इसके अध्ययन के बाद उन्होंने कहा कि मंगल ग्रह पर जीवन की उत्पत्ति को बढ़ावा देने वाली परत का निर्माण धरती पर जीवन पनपने से 4.5 अरब साल हो चुका था। अध्ययन के मुताबिक मंगल की परत का निर्माण सौर मंडल बनने के दो करोड़ साल से भी कम समय में हुआ है। कई शोधकर्ता मानते हैं कि मंगल के तरल से ठोस होने की प्रक्रिया लंबी चली थी, तकरीबन 10 करोड़ साल तक।

मगर इस अध्ययन के नतीजे बताते हैं कि यह प्रक्रिया महज एक करोड़ साल में ही पूरी हो गई थी। प्रमुख शोधकर्ता लिंडा एलकिंस टैंटन का कहना है कि ग्रहों के निर्माण के दौरान वह एक प्रक्रिया से गुजरते हैं, जिसे मैग्मा ओशियन कहा जाता है। इस दौरान उनका अधिकांश भाग तरल रूप में यानि पिघले हुए लावा के रूप में होता है।

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