आयुर्वेद विज्ञान में अनुसंधान के लिए केन्द्रीय आयुर्वेदीय विज्ञान अनुसंधान परिषद् ने ई-ऑफिस प्रारम्भ   किया

भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के अंतर्गत सबसे बड़ी अनुसंधान परिषद, केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (सीसीआरएएस) ने अपने आधिकारिक उद्देश्यों के लिए ई-ऑफिस का उपयोग शुरू कर दिया है। कागज मुक्त संगठन बनने के अपने प्रयासों के लिए परिषद ने  3 जनवरी, 2022 को राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी), इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा विकसित एप्लिकेशन लांच की है।

परिषद के उच्च अधिकारियों और कर्मचारियों की उपस्थिति में, केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (सीसीआरएएस) के महानिदेशक ने परिषद के लिए इससे औपचारिक रूप से जारी करने के लिए अनुप्रयोग के माध्यम से एक ई-फाइल को संसाधित किया। इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए महानिदेशक ने कार्यालय के लिए इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफॉर्म का उपयोग करने की आवश्यकता और लाभों पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों से इस अनुप्रयोग का पूरी क्षमता से उपयोग करने का भी आग्रह किया क्योंकि यह कार्यालय प्रक्रियाओं के सभी क्षेत्रों में सहायता करता है। उन्होंने यह भी बताया कि परिषद पहले से ही आयुष हितधारकों के कल्याण और उपयोग के लिए नमस्ते पोर्टल, आयुष अनुसंधान पोर्टल सहित कई अन्य कई सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) आधारित पहल कर रही है ।

ई-ऑफिस प्लेटफॉर्म एक डिजिटल कार्यस्थल समाधान है जिसमें उत्पादों और सुविधाओं का एक सूट शामिल है जो सभी प्रकार के कार्य प्रवाह को सुव्यवस्थित करने के साथ ही सभी प्रक्रियाओं को कागज मुक्त बनाकर कुशल एवं पारदर्शी प्रशासन का समर्थन करता है। केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (सीसीआरएएस) महानिदेशक और अधिकारियों तथा  कर्मचारियों की सभा को इस विकास के बारे में जानकारी देते हुए सीसीआरएएस में सूचना प्रौद्योगिकी प्रकोष्ठ के प्रभारी डॉ. राधे कृष्ण ने उल्लेख किया कि परिषद ने कर्मचारियों के लिए ई-ऑफिस के उपयोग को लागू और शुरू किया है। उन्होंने यह भी बताया कि एकीकृत सॉफ्टवेयर स्पैरो (स्मार्ट प्रदर्शन मूल्यांकन रिपोर्ट रिकॉर्डिंग ऑनलाइन विंडो- स्पैरो –एसपीपीआरएडब्ल्यू) या उपयोग करने के बाद संबंधित अधिकारी अपनी वार्षिक प्रदर्शन रिपोर्ट को ऑनलाइन संसाधित करने में सक्षम होंगे।

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