ब्‍लैक कॉफी पीने वाले हो सकते हैं साइकोपैथ

वाशिंगटन : अगर आप में से कोई कॉफी विदआउट मिल्‍क लेना पसंद करता है तो उसे अपने बारे में फिर से सोचने की जरूरत है। कॉफी को लेकर हुई एक चौंकाने वाली स्‍टडी में दावा किया गया है कि बिना दूध के कॉफी यानी ब्‍लैक कॉफी पीने वाले लोग साइकोपैथ हो सकते हैं।

अगर आप कॉफी में लाटे, कप्पूसिनसीनो, ओर मोचासीनो जैसे टाइप पसंद करते हैं तो स्‍वभाव से उनके साइकोपैथ होने की आशंका बढ़ जाती है। इन्‍हें अपनी ब्‍लैक कॉफी पीने की आदत के बारे में फिर से सोचने की जरूरत है और साथ ही ब्‍लैक कॉफी पीने वाले और लोगों से भी दूर रहने की जरूरत है।ऑस्ट्रिया की यूनिवर्सिटी ऑफ इंस्‍ब्रक में यह स्‍टडी की गई है।

इसमें बताया गया है कि जो लोग अपनी कॉफी को ब्‍लैक रखना पसंद करते हैं वे स्‍वभाव से भी साइकोपैथ और सैडिस्‍टिक हो सकते हैं। यह स्‍टडी करीब 1000 लोगों की कॉफी पीने की आदतों को लेकर की गई। उसके बाद उनके पर्सनैलिटी टेस्‍ट किए गए।

इन ब्‍लैक कॉफी पीने वालों में कुछ कॉमन बातें जो देखने को मिलीं उनमें साइकोपैथ, चिड़चिड़ापन और तेज बोलने की आदत प्रमुख थी। शोधकर्ताओं को कड़वी कॉफी और साइकोपैथिक होने के बीच एक लिंक देखने को मिला। स्‍टडी में एक रोचक बात और देखने को मिली। जो लोग अधिक मीठी या फिर अधिक दूध वाली कॉफी पीना पसंद करते हैं

वह स्‍वभाव से भी मधुर और दयालु भाव वाले होते हैं। शोधकर्ताओं का मानना है कि कड़वा चीजें खाने और कड़वी चीजें पीने की आदतें समय के साथ-साथ आपके स्‍वभाव पर भी असर डालती हैं। ऐसी आदतें लंबे समय तक रहने पर आप गंभीर बीमारियों से भी घिर सकते हैं।

कॉफी लगभग हम सबको ही पसंद होती है। किसी को कम शुगर वाली तो किसी को कम दूध वाली तो किसी को शुगर नॉर्मल चाहिए होती है।

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