केंद्रीय आयुष मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने हार्टफुलनेस इंटरनेशनल योग अकादमी की आधारशिला रखी

आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में 75 करोड़ सूर्य नमस्कार की पहल शुरू की गयी

केंद्रीय आयुष मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने आज हैदराबाद में हार्टफुलनेस इंटरनेशनल योग अकादमी की आधारशिला रखी। अकादमी योग प्रशिक्षण में नये मानदंड स्थापित करेगी। हार्टफुलनेस इंटरनेशनल योग अकादमी में ऐसे योग कक्ष हैं जिसमें से प्रत्येक कक्ष में योग की शिक्षा प्राप्त कर रहे 100 छात्र आ सकते हैं। चिकित्सीय परामर्श के लिए योग कक्ष, प्रत्येक छात्र को अलग से प्रशिक्षण के लिये स्थान या छोटे समूह की कक्षायें; प्रसव पूर्व योग के लिये कक्ष; 200 लोगों की बैठक क्षमता वाला एक व्याख्यान कक्ष; पहले से रिकॉर्ड किये गये स्वास्थ्य से जुड़े कार्यक्रमों के लिये ए़डिटिंग की सुविधा के साथ एक अपने में सम्पूर्ण रिकॉर्डिंग स्टूडियो; योग कक्षाओं के ऑनलाइन सीधे प्रसारण के लिए पूरी तरह से सुसज्जित एक रिकॉर्डिंग योग कक्ष; एक योग पुस्तकालय जहां सभी योग संस्थानों की पुस्तकों के साथ योग अनुसंधान लेख प्राप्त हो सकेंगे।

हार्टफुलनेस अनुसंधान कार्यक्रम के जारी रहने और सहयोगी योग अनुसंधान कार्यक्रम की शुरुआत के साथ, यह स्थान वैज्ञानिक आधार पर सोचने वालों के बीच योग की प्रभावशीलता बढ़ाने के लिये एक ठोस जगह है। अकादमी जीवन-कौशल विकास के हिस्से के रूप में स्वास्थ्य स्वयंसेवकों, आशा, आंगनवाड़ी, स्कूल-शिक्षकों और छात्रों के लिये प्रशिक्षण के साथ एक ऐसा कार्यक्रम बनाने का प्रयास करती है जो समाज के सभी लोगों के बीच हर एक तक पहुंचे। अकादमी डॉर्मिटरी से लेकर डीलक्स सुइट सुविधाओं के साथ आयुर्वेदिक परामर्श, मालिश और चिकित्सीय उपचार भी प्रदान करती है।

योग अकादमी के कार्यक्रमों की देखरेख भारत, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, उज्बेकिस्तान और अमेरिका के आरवाईटी500 लीड योग प्रशिक्षकों के साथ एक अंतरराष्ट्रीय टीम द्वारा की जाती है और योग की सच्ची भावना को वैश्विक स्तर पर ले जाने के लिये  सभी को अपना निमंत्रण देना चाहती है। हार्टफुलनेस अकादमी (श्री राम चंद्र मिशन) एक अग्रणी योग संस्थान के रूप में योग प्रमाणन बोर्ड के साथ, भारतीय योग संघ और योग गठबंधन (आरवाईएस200 और आरवाईएस300) के साथ पंजीकृत है। पिछले वर्ष 2021 में, हार्टफुलनेस योग फॉर यूनिटी कार्यक्रम के लिये प्रयासों का नेतृत्व कर रहा था, जिसे आयुष, यूएनडीपीआई द्वारा समर्थन प्राप्त था और 159 देशों में 2.1 करोड़ से अधिक लोगों तक पहुंचा था।

आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में 75 करोड़ सूर्य नमस्कार की पहल का उद्घाटन श्री सर्बानंद सोनोवाल ने हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय, श्री वी श्रीनिवास गौड़, प्रोअबिशन एवं एक्साइज, खेल और युवा सेवायें, पर्यटन और संस्कृति एवं पुरातत्व मंत्री, तेलंगाना सरकार और स्वामी रामदेव, अध्यक्ष, पतंजलि फाउंडेशन की उपस्थिति में किया।

75 करोड़ सूर्य नमस्कार योजना भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने पर एक श्रद्धांजलि भी है। जो लोग इस योजना में भाग ले सकते हैं, उनके लिये सूर्य नमस्कार का योग अभ्यास, जिसका शाब्दिक अर्थ है ‘सूर्य का अभिवादन’, 21 दिनों के लिए दिन में 13 बार निर्धारित किया गया है। यह योजना 1 जनवरी से 20 फरवरी 2022 तक चलेगी। यह कार्यक्रम पांच अंतरराष्ट्रीय संगठनों – पतंजलि योगपीठ, हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट, एनवाईएसएफ-राष्ट्रीय योगासन स्पोर्ट फेडरेशन, गीता परिवार और क्रीड़ा भारती द्वारा आयोजित किया जा रहा है और आयुष मंत्रालय, शिक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और आईसीसीआर के द्वारा समर्थित और फिट इंडिया, युवा मामले और खेल मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित है। अन्य प्रमुख सहयोगी एआईयू – भारतीय विश्वविद्यालयों का संघ, एनएसएस, डीएवी प्रबंध समिति, एलन कैरियर संस्थान. नवयोग संस्थान और एस व्यास हैं। 75 करोड़ सूर्य नमस्कार चुनौती का उद्देश्य इसे सबसे बड़ा सामूहिक सूर्य नमस्कार कार्यक्रम बनाना भी है, जिसमें प्रत्येक प्रतिभागी को 21-दिवसीय सूर्यनमस्कार को पूरा करने पर एक प्रमाण पत्र भी प्राप्त होगा। इस कार्यक्रम की वेबसाइट है http://www.75suryanamaskar.com

30 प्रतिभागी राज्यों, 21,814 प्रतिभागी संस्थानों, 10,05,429 पंजीकृत छात्रों के साथ, सूर्य नमस्कार की संख्या पहले से ही 97,25,560 होने की उम्मीद है और संख्या लगातार बढ़ रही है। व्यक्तिगत/संस्था/स्वयंसेवक के लिये पंजीकरण खुला है। अधिक जानकारी के लिए कृपया देखें: https://www.75suryanamaskar.com/

इस अवसर पर, श्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा, “सूर्य नमस्कार में इतने बड़े पैमाने पर भाग लेना भी एक शानदार अनुभव है। योग की अच्छाईयों का उत्सव मनाने के लिये आज दुनिया के लोग एक साथ आ रहे हैं। यह दुनिया के लिए एक संदेश है कि स्वास्थ्य हमारे जीवन का केंद्र होना चाहिये और योग स्वास्थ्य का एक रूप है जो व्यक्ति को आध्यात्मिक रूप से भी ऊपर उठाता है। अंतर्राष्ट्रीय योग अकादमी के उद्घाटन के साथ, हार्टफुलनेस योग को अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाकर सही दिशा में प्रयास कर रहा है।”

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