अंतरिक्ष यान सिग्नस धरती के लिए रवाना

वाशिंगटन । अंतरिक्ष यान सिग्नस अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के लगभग 282 फीट (86 मीटर) ऊपर उठने के बाद आईएसएस से रवाना हो गया।
स्पेस डॉट कॉम ने कहा, मानवरहित अंतरिक्ष यान सिग्नस ओए-9 को एस.एस.जे.आर. थॉम्प्सन के नाम से भी जाना जाता है। अंतरिक्ष यान आईएसएस से पूर्वी डेलाइट टाइम के अनुसार 15 जुलाई को सुबह 8.37 बजे (ग्रीनविच मीन टाइम के अनुसार 12.37 अपराह्न) रवाना हुआ।

रिपोर्ट के अनुसार, धरती पर लौटने से पहले नॉर्थरोप ग्रनमैन इन्नोवेशन सिस्टम्स (एनजीआईएस) द्वारा निर्मित और लांच किया गया सिग्नस ने अपने शक्तिशाली डेल्टा वी इंजन का उपयोग करते हुए आईएसएस को कक्षीय धक्का दिया।
सिग्नस ओए-9 अंतरिक्ष यान वर्जीनिया के वैलप्स द्वीप में स्थित नासा के ‘वैलप्स उड़ान केंद्र’ से अंतारेस रॉकेट से 21 मई को रवाना किया गया था। इसके बाद यह 24 मई को आईएसएस पहुंच गया था।

स्पेस डॉट कॉम ने एनजीआईएस के एडवांस्ड प्रोग्राम्स के उपाध्यक्ष फ्रैंक डिमौरा के हवाले से बताया, जब 10 जुलाई को सिग्नस अंतरिक्ष केंद्र के समान मानदंड पर खरा नहीं था, तो अंतरिक्ष यान ने अंतरिक्ष यान के अंतरिक्ष केंद्र की कक्षा को उठाने की क्षमता का परीक्षण करने के लिए इसके मुख्य इंजन को 50 सेकेंड के लिए हटा दिया था।
आईएसएस प्रथ्वी की कक्षा में औसतन 248 मील (400 किलोमीटर) की ऊंचाई पर रहता है। हल्का पर्यावरणीय अवरोध से इसकी ऊंचाई लगभग 1.2 मील (दो किलोमीटर) प्रति महीने कम हो जाती है।

डेमौरा ने कहा कि आईएसएस के पास पहले से ही तैयार प्रक्षेपकों का उपयोग कर अपनी कक्षा को बढ़ाने का उपाय है, लेकिन सभी कक्षाओं को बढ़ाने का काम अंतरिक्ष स्टेशन का रूसी पक्ष कर रहा है। आईएसएस की ऊंचाई बढ़ाने से न सिर्फ इसे अंतरिक्ष से बाहर नहीं जाने देगी, बल्कि अंतरिक्ष केंद्र को इससे कक्षीय मलवे को हटाने में मदद भी मिलेगी।

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