16वीं यूआईसी विश्व सुरक्षा कांग्रेस को वर्चुअल माध्यम से आयोजित किया गया

पूरे विश्व के प्रसिद्ध वक्ताओं के साथ-साथ यूरोपोल जैसे संगठनों ने विचार-विमर्श में हिस्सा लिया

रेल सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की गई
16वीं यूआईसी (अंतरराष्ट्रीय रेल संघ) विश्व सुरक्षा कांग्रेस- 2021 में प्रमुख कार्यक्रमों के दौरान सुरक्षा संगठन और रेल सुरक्षा के लिए सामने आने वाले खतरों जैसे प्रमुख विषयवस्तुओं पर चर्चा की गई। इसका समापन 9 दिसंबर, 2021 को हुआ। यूआईसी सुरक्षा मंच के अध्यक्ष श्री पिओट्र कुर्ज (पीकेपी एसए, पोलैंड) हैं। वहीं, इसके उपाध्यक्ष श्री संजय चंदर (डीजी, आरपीएफ, भारत) हैं। यूआईसी के 5 महाद्वीपों में 194 सदस्य हैं।

दो दिवसीय कांग्रेस के दौरान भारत, रूस, जर्मनी, फ्रांस, जापान, दक्षिण अफ्रीका, पोलैंड, स्लोवाकिया और आयरलैंड के साथ-साथ यूरोपोल जैसे संगठनों के प्रख्यात वक्ताओं ने विचार-विमर्श में हिस्सा लिया।

श्री कुर्ज के स्वागत भाषण के बाद, श्री चंदर ने सुरक्षा कर्मियों को व्यवहारिक, भावनात्मक और प्रेरक प्रशिक्षण प्रदान करने के अलावा भीड़ की निगरानी और विनियमन के लिए मेगा आयोजनों की निगरानी करते हुए तकनीकी समाधानों के उपयोग के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने प्रतिभागियों से अपने देशों में आयोजित प्रमुख कार्यक्रमों में समान अनुभव साझा करने का आह्वान किया, जिससे सदस्य देश एक-दूसरे से सीख सकें और पूरे विश्व में अपनाई जाने वाले सर्वश्रेष्ठ अभ्यासों को अपनाने का प्रयास कर सकें। श्री चंदर ने विश्वभर में रेल प्रणालियों के सामने आने वाले खतरों के एक उभरते आयाम के रूप में सीबीआरएन हमलों पर लोगों का ध्यान केंद्रित किया। इसके अतिरिक्त, श्री चंदर ने रेलवे के बुनियादी ढांचे, परिचालन, ग्राहक इंटरफेस में बदलते सुरक्षा परिदृश्य व आंतरिक इलाकों में बदलाव और साइबर हमलों जैसी नई चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार होने की जरूरत पर जोर दिया।

इस कांग्रेस में श्री बी वेंकटेश्वर राव (आरपीएफ, भारत) ने अनुसंधान, अभिकल्प और मानक संगठन का प्रतिनिधित्व किया। यह संगठन भारतीय रेल का शीर्ष अनुसंधान संस्थान है। उन्होंने सूचना युद्ध, साइबर अपराध और विशेष रूप से कोविड-19 के प्रसार के संदर्भ में प्राकृतिक आपदाओं जैसे उभरते खतरों का सामना करने में बतौर एक गेम चेंजर प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।

इस कांग्रेस का समापन इस निष्कर्ष के साथ हुआ कि मौजूदा समय में उभरती हुई प्रौद्योगिकियां समाज के विकास में प्रमुख गेम चेंजर्स में से एक है, जो लोगों को काफी लाभान्वित करती हैं। हालांकि, इसके साथ इसमें शामिल खतरों को भी समझने की जरूरत है। सुरक्षा विशेषज्ञ इन सुरक्षा बारीकियों को समझते हैं। इसे देखते हुए दोनों को एक साथ जोड़ना महत्वपूर्ण है।

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