विजय माल्या ने अपने नाम से ‘भगोड़ा’ शब्द हटाने दी शीर्ष कोर्ट में दस्तक

नई दिल्ली। देश की बैंकों को करोड़ों का चूना लगाकर विदेश भागे शराब कारोबारी विजय माल्या ने अपने नाम से ‘भगोड़ा’ शब्द हटवाने के लिए शीर्ष कोर्ट में दस्तक दी है। ज्ञात हो कि ईडी ने माल्या को भगोड़ा घोषित किया है। माना जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट माल्या की अपील पर शुक्रवार को सुनवाई कर सकता है। इस साल सितंबर में माल्या ने पीएमएलए कोर्ट में कहा था कि वह भगोड़ा आर्थिक अपराधी नहीं हैं। इससे पहले गुरुवार को ही माल्या ने ट्विटर पर भारतीय बैंकों और सरकार से अपील की कि उसका प्रस्ताव मान लिया जाए। माल्या ने ट्वीट किया, ‘प्लीज मेरे पैसे ले लीजिए।’ इसके साथ ही माल्या ने कहा कि वह उन किस्सों को खत्म करना चाहते हैं कि वे बैंकों का पैसा लेकर भाग गए हैं!

पिछले दो दिनों से माल्या लगातार कोशिश कर रहे हैं कि उन्होंने कर्नाटक हाईकोर्ट में सेटलमेंट का जो ऑफर दिया है उसे भारतीय अधिकारी मान जाएं। गौरतलब है कि अगले सप्ताह यूके के वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत माल्या के प्रत्यर्पण पर अपना फैसला सुनाने वाली है। इस साल 22 जून को ईडी ने पीएमएलए कोर्ट में आवेदन देकर माल्या को भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित करने की मांग की थी। इसके साथ ही ईडी ने माल्या की 12500 करोड़ की संपत्ति को जब्त करने की अनुमति भी मांगी थी। 30 जून को कोर्ट ने इस अपील पर संज्ञान लिया था। माल्या मार्च, 2016 से ही देश से फरार है। माल्या पर देश के बैंकों से 9000 करोड़ का लोन लेकर भागने का आरोप है। वह फिलहाल लंदन में है। भारत ने वहां की अदालत में माल्या के प्रत्यर्पण के लिए आवेदन किया था जिसपर इस साल सितंबर में सुनवाई पूरी हुई। इस मामले में कोर्ट 10 दिसंबर को फैसला सुनाएगा।

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